मुंगेर में एक मुखिया प्रत्याशी की जान लेने की कोशिश की गई है। दो नकाबपोश अपराधी मुखिया प्रत्याशी को शनिवार सुबह झांसा देकर घर से बुलाकर ले गए और उसे जबरन जहर पिला दिया और मौके से फरार हो गए। जिसके बाद मुखिया प्रत्याशी की हालत बिगड़ने लगी। आनन फानन में उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जालेश्वर कोड़ा धरहरा प्रखंड के अजीमगंज पंचायत से मुखिया प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में हैं। शनिवार की सुबह दो नकाबपोश जालेश्वर कोड़ा के घर पहुंचे और बहाने से उसे बुलाकर अपने साथ ले गए। काफी समय बीत जाने के बाद जब जलेश्वर वापस घर नहीं लौटे तो परिजनों को शक हुआ और उनकी खोजबीन शुरू की गई।
इसी दौरान जालेश्वर कोड़ा जंगल में बेहोशी के हालत में मिले। आनन-फानन में उन्हें धरहरा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
आशंका जताई है कि जो दो लोग मुखिया प्रत्याशी को घर से बुलाकर अपने साथ ले गए थे, वे नक्सली हो सकते हैं। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस मामले के छानबीन में जुट गई है। पढ़िए पूरी खबर
नक्सल प्रभावित धरहरा प्रखंड की अजीमगंज पंचायत से मुखिया का चुनाव लड़ रहे हैं। जालेश्वर कोड़ा को जहर देकर जान से मारने का प्रयास किया गया है। उन्हें धरहरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया है।
दरअसल, जालेश्वर कोड़ा धरहरा प्रखंड के अजीमगंज पंचायत से मुखिया प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में हैं। शनिवार की सुबह दो नकाबपोश जालेश्वर कोड़ा के घर पहुंचे और बहाने से उसे बुलाकर अपने साथ ले गए। काफी समय बीत जाने के बाद जब जलेश्वर वापस घर नहीं लौटे तो परिजनों को शक हुआ और उनकी खोजबीन शुरू की गई।
इसी दौरान जालेश्वर कोड़ा जंगल में बेहोशी के हालत में मिले। आनन-फानन में उन्हें धरहरा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
सूचना मिलते ही पुलिस भी पहुंच गई है और मामले की जांच कर रही है। दरअसल, 2021 में अजीमगंज पंचायत के मुखिया चुने गए परमानंद टूड्डू की हत्या के बाद इस पंचायत में उपचुनाव हो रहा है। 25 मई को यहां मतदान है। पूर्व सरपंच जालेश्वर कोड़ा भी उपचुनाव में मुखिया पद के लिए किस्मत आजमा रहे हैं।
आशंका जताई है कि जो दो लोग मुखिया प्रत्याशी को घर से बुलाकर अपने साथ ले गए थे, वे नक्सली हो सकते हैं। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस मामले के छानबीन में जुट गई है।
पत्नी रमिया देवी ने बताया कि शनिवार की सुबह लगभग तीन बजे दो नकाबपोश लोग आए और पति को बुलाकर बाहर ले गए। घरवालों ने सोचा कि वह खेत पर गए हैं। काफी देर तक वापस नहीं लौटने पर परिवार वालों ने जालेश्वर कोड़ा की खोजबीन शुरू की।
बेटे प्रमोद कोड़ा को जंगल क्षेत्र में जालेश्वर कोड़ा बेहोश मिले। प्रमोद कोड़ा ने पिता की गंभीर हालत देखकर उन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गया। स्वास्थ्य केंद्र में तैनात चिकित्सक ने हालत गंभीर देखते हुए मुंगेर सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
जालेश्वर कोड़ा ने अपने भाई को बताया है कि दोनों लोगों ने दवा पिला दिया। जालेश्वर कोड़ा ने परिवार वालों को बताया की जिन लोगों ने उन्हें बुलाकर ले गया था, उनके पहनावा और वेशभूषा से नक्सली होने की संभावना जताई है। फिलहाल, पुलिस ने पीड़ित का बयान लेकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। जालेश्वर कोड़ा इस पंचायत से पूर्व मुखिया और सरपंच भी रहे हैं।