छपरा (Chhapra) में मध्याह्न भोजन (Lizard Found In Mid Day Meal) की खिचड़ी में मरी हुई छिपकली मिलने से हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि इस खिचड़ी को थाने के बाद तीन दर्जन से ज्यादा बच्चे बीमार पड़ गए हैं।
ये घटना डोरीगंज थाना के रसूलपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय की है। घटना के बाद से शिक्षकों के भी हाथ पैर फूले हुए हैं। बच्चों के अभिभावकों को इस बात की सूचना दे दी गयी है। इसके बाद से अस्पताल में काफी संख्या में लोग पहुंच गए हैं।
इधर, मिड डे मील की खिचड़ी खाने के बाद तीन दर्जन से अधिक बच्चों की तबीयत बिगड़ते ही महकमे में खलबली मच गई है। गई है। एक के बाद एक 30 से अधिक बच्चों की तबीयत बिगड़ने के बाद हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में सभी बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना डोरीगंज थाना क्षेत्र के रसूलपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय की है।
बच्चों को आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले में सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने कहा कि मामना संज्ञान में आया है। खिचड़ी खाकर बीमार पड़ने की बात सामने आयी है। जिस खिचड़ी में छिपकली गिरे होने की बात सामने आयी है उसका सैंपल लिया जाएगा और जांच की जाएगी। बच्चों का इलाज किया जा रहा है।
घटना के बाद से शिक्षकों के भी हाथ पैर फूले हुए हैं। बच्चों के अभिभावकों को इस बात की सूचना दे दी गयी है। इसके बाद से अस्पताल में काफी संख्या में लोग पहुंच गए हैं।
बताया जा रहा है कि हर दिन की तरह स्कूल में पहली पाली की पढाई के बाद बच्चों के बीच मध्याह्न भोजन परोसा गया। मध्याह्न भोजन में खिचड़ी बनाई गई थी। खिचड़ी खाने के बाद एक के बाद एक कई बच्चों की तबीयत बिगड़ गई।
एक साथ 30 से अधिक बच्चों को उल्टी और चक्कर आने के बाद स्कूल प्रबंधन में हड़कंप मच गया। आनन फानन में बच्चों के परिजन भी स्कूल पहुंचे। बाद में सभी बीमार बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
इस घटना को लेकर बच्चों के माता-पिता में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ गुस्सा देखा जा रहा है। परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाह का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है।
उधर, सारण के सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। मध्याह्न भोजन की खिचड़ी में छिपकली गिरने की बात सामने आ रही है। फिलहाल सभी बच्चों का इलाज किया जा रहा है।
मामले में सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने कहा कि मामना संज्ञान में आया है। खिचड़ी खाकर बीमार पड़ने की बात सामने आयी है। जिस खिचड़ी में छिपकली गिरे होने की बात सामने आयी है उसका सैंपल लिया जाएगा और जांच की जाएगी। बच्चों का इलाज किया जा रहा है।
वहीं, ग्रामीणों और अभिभावकों का गुस्सा खौल रहा है। इनका आरोप है कि स्कूल में खाना बनाने से लेकर परोसने तक में किसी तरह की साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता है। बच्चों को जानवरों से भी बुरा खाना दिया जाता है। पूरे मामले की जांच होनी चाहिए।
इससे पहले भी मशरक गंडामन स्कूल में विषाक्त मिड डे मील खाने से करीब 23 बच्चों की मौत हो गयी थी। घटना के बाद, सरकार और जिला प्रशासन पूरी तरह से हिल गया था। मगर आज तक प्रशासनिक स्तर पर मिड डे मील में बच्चों के खाने की व्यवस्था जल की तस है। इससे आए दिन बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। रसूलपुर के एक स्थानीय नागरिक ने स्कूल प्रबंधन पर इजाम लगाया है कि स्कूल में बच्चों की पढ़ाई पर भी ध्यान नहीं दिया जाता है।