ओडिशा के बालासोर में हुई रेल हादसे को करीब 39 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही बंद है। दुर्घटनास्थल पर ट्रैक ठीक करने का काम जारी है। ओवरहेड इक्विपमेंट (OHE) का काम किया जा रहा है।
अब तक 90 ट्रेनों को कैंसल कर दिया गया है जबकि 49 ट्रेनों का रास्ता बदला गया है। इसी तरह 11 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है। हादसे के कारण प्रभावित ज्यादातर ट्रेन दक्षिण और दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन की हैं।
दूसरी तरफ से ट्रैक लिंकिंग का कार्य चल रहा है। दक्षिण पूर्व रेलवे के CPRO आदित्य कुमार चौधरी ने बताया कि सभी बोगियों को हटा लिया गया है। मालगाड़ी ट्रेन की 3 में से 2 बोगियों को हटा दिया गया है। वहीं, तीसरे को हटाने काम चल रहा है।
रेलवे हादसे के कारण करीब 38 घंटे से रूट पर रेल ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित है। इन रूट पर ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह ठप है। इसकी वजह से 90 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है, जबकि 49 ट्रेनों के रूट को बदलकर चलाया जा रहा है।
इसके अलावा 11 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है। हादसे के कारण प्रभावित ज्यादातर ट्रेन दक्षिण और दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन की हैं। दक्षिण रेलवे हादसे से प्रभावित लोगों के परिजनों-रिश्तेदारों के लिए चेन्नई से भद्रक तक स्पेशल ट्रेन चला रहा है।
रेलवे के मुताबिक, दक्षिण रेलवे ने डॉक्टर एमजीआर चेन्नई सेंट्रल-शालीमार कोरोमंडल एक्सप्रेस (और डॉक्टर एमजीआर चेन्नई सेंट्रल–Odisha Train Aaccident : 39 घंटे से ट्रेनों की आवाजाही ठप, 90 ट्रेन कैंसिल, 49 का रूट बदला, 11 शॉर्ट टर्मिनेटसंतरागाछी एसी सुपरफास्ट को भी ट्रेन रद्द कर दिया गया है।
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम करीब सात बजे तीन ट्रेनों की आपस में टक्कर हो गयी थी। बालासोर जिले में बहनागा स्टेशन के पास पहले यशवंतपुर से हावड़ा जाने वाली दुरंतो एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकरायी।
फिर कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841) और मालगाड़ी आपस में टकरा गयी। कोरोमंडल एक्सप्रेस हावड़ा से चेन्नई जा रही थी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतरी। ट्रेन के कई डिब्बे मालगाड़ी पर चढ़ गये।
इस रेल हादसे में 288 लोगों की मौत हो गयी है। वहीं 1100 से अधिक यात्री घायल हुए हैं। ओडिशा सरकार के मुताबिक, लगभग 1,175 यात्रियों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जिनमें से 793 को छुट्टी दे दी गयी है। वहीं 382 लोगों का इलाज चल रहा है।
रेलवे हादसे के कारण करीब 38 घंटे से रूट पर रेल ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित है। इन रूट पर ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह ठप है। इसकी वजह से 90 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है, जबकि 49 ट्रेनों के रूट को बदलकर चलाया जा रहा है।
इसके अलावा 11 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है हादसे के कारण प्रभावित ज्यादातर ट्रेन दक्षिण और दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन की हैं। दक्षिण रेलवे हादसे से प्रभावित लोगों के परिजनों-रिश्तेदारों के लिए चेन्नई से भद्रक तक स्पेशल ट्रेन चला रहा है।
रेलवे के मुताबिक, दक्षिण रेलवे ने डॉक्टर एमजीआर चेन्नई सेंट्रल-शालीमार कोरोमंडल एक्सप्रेस (और डॉक्टर एमजीआर चेन्नई सेंट्रल–संतरागाछी एसी सुपरफास्ट को भी ट्रेन रद्द कर दिया गया है।