सुल्तानगंज के अगुवानी घाट पुल हादसे को लेकर बिहार में सियासत गरम है। इसी बीच अब ये मामला पटना हाईकोर्ट में पहुंच गया है। अगुवानी घाट के पास गंगा नदी पर बन रहे पुल के नदी में समाने के बाद पटना उच्च न्यायालय में एक याचिका दाखिल की गई है।
इधर, तेजप्रताप यादव ने बड़ी बात कह दी है। तेज प्रताप यादव ने भागलपुर पुल हादसे का जिम्मेदार बीजेपी को ही ठहरा दिया है। तेज प्रताप यादव ने कहा है कि पुल को भाजपा ने तोड़ा है। हम पुल बना रहे हैं और वे (भाजपा) इसे गिरा रहे हैं। वहीं, हादसे की स्वतंत्र जांच के लिए पटना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया है।
पटना हाईकोर्ट में ये याचिकाकर्ता अधिवक्ता मणिभूषण सेंगर की ओर से दायर की गयी है। सेंगर ने अपनी याचिका में कहा है कि करप्शन, पुल बनाने में घटिया सामान के इस्तेमाल के चलते पुल ढह गया। उन्होंने अपनी याचिका में पुल हादसे की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराये जाने की मांग की है।
हाईकोर्ट में दायर याचिका में मांग की गयी है कि पुल गिरने के हादसे की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जाए। इससे पहले सीएम नीतीश कुमार ने भी माना था कि कुछ गड़बड़ी के कारण पुल दूसरी बार गिरी है।
इस याचिका में याचिकाकर्ता अधिवक्ता मणिभूषण सेंगर ने मांग की है कि पुल गिरने के हादसे की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जाए। इससे पहले सीएम नीतीश कुमार ने माना था कि कुछ गड़बड़ हुई तभी ये पुल गिरा। वहीं सरकार को आईआईटी रुड़की की उस रिपोर्ट का भी इंतजार है, जो पुल के जांच से जुड़ी है।
उन्होंने याचिका में मांग की है कि जो भी दोषी और जिम्मेदार पाए जाएं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। सेंगर ने याचिका में मांग की है कि पुल बनाने वाली एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाए। और उनसे नुकसान की वसूली की जाए।
मणिभूषण सेंगर ने याचिका में ये भी कहा है कि इतने कम वक्त में दोबारा पुल का ध्वस्त होना इसमें करप्शन और कमीशनखोरी को साफ दिखा रहा है।