रत्नेश सदा नीतीश सरकार में मंत्री बन गए हैं। हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा के नेता और पूर्व मंत्री जीतन राम मांझी के बेटे डॉ.संतोष सुमन का कैबिनेट से त्याग पत्र देने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कैबिनेट का विस्तार किया। कैबिनेट विस्तार में सोनवर्षा से तीन बार विधायक रहे रत्नेश सदा को मंत्री पद की गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
मांझी के जाने के बाद जदयू का यह सीधा और सधा महादलित समीकरण है। क्योंकि,नीतीश मंत्रिमंडल से जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन के इस्तीफा देने के बाद उसी महादलित
समुदाय के किसी विधायक को मंत्री पद देने के कयास लगने शुरू हो गए थे। रत्नेश सदा भी महादलित समुदाय से हैं।
यह सहरसा के सोनबरसा से जदयू के विधायक हैं। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने राजभवन में विधायक रत्नेश सादा को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई है। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत तमाम मंत्रियों और आला अधिकारी मौजूद रहे।
पार्टी को जदयू में विलय के आरोप लगाने के साथ ही हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा के नेता और पूर्व मंत्री जीतन राम मांझी के बेटे डॉ.संतोष सुमन ने कैबिनेट से त्याग पत्र दे दिया था। जिसके बाद उनकी जगह पर रत्नेश सदा को यह मौका मिला है।
यह माना जा रहा है कि रत्नेश सदा को अनुसूचित जाति-जनजाति विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। सीएम नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को सरकार से बाहर जाने के बाद मांझी समुदाय में अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखने को लेकर रत्नेश सदा को कैबिनेट में शामिल कराया है।