बिहार की जमुई पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। छत्तीसगढ़ के पांच साइबर फ्रॉड को जमुई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन साइबर फ्रॉड का कनेक्शन अंतराष्ट्रीय स्तर पर है।
साथ ही, छत्तीसगढ़ के जिन पांच साइबर फ्रॉड को जमुई पुलिस ने दबोचा है उनका बिहार के अपराधियों से भी कनेक्शन है। क्योंकि, इन गिरफ्तार पांच अपराधियों में से बिहार के भी हैं।
साइबर गिरोह का खुलासा करते हुए पुलिस ने पांच अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए इनके पास से लैपटॉप, चेक बुक, पासबुक, एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन सहित लाखों रुपए के सामान बरामद किए हैं।
गिरफ्तार अपराधियों में चार छत्तीसगढ़ तथा एक सीवान का रहने वाला है। सभी पिछले दो महीनों से जमुई में रहकर गेमिंग ऐप के जरिये लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे।
पकड़े गए अपराधियों में छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग जिला अंतर्गत भिलाई शास्त्री चौक निवासी रविशंकर कुमार, आनंद कुमार, सोनू कुमार, हर्ष कुमार तथा सीवान के आसार थाना क्षेत्र अंतर्गत सहसराय गांव निवासी संदीप कुमार शामिल हैं।
वही इन सभी के पास से पुलिस ने 15 मोबाइल, 3 लैपटॉप, 16 चेक बुक एवं बैंक पासबुक, 14 ATM कार्ड बरामद हुए हैं तथा विभिन्न खातों में करीब 9 लाख की राशि भी पाई गई है, जिसे पुलिस फ्रीज करवा रही है।
सभी अपराधी माइकल रेड्डी और रेड्डी बुक विड्रॉल के नाम से ऑनलाइन गेमिंग में लोगों को फंसाते थे। सट्टेबाजी के नाम पर पैसा लगाकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे।
वहीं, इस दौरान जीते हुए एक-दो लोगों को पैसा भेज भी दिया जाता था तथा अधिक पैसा होने की स्थिति में हवाला के जरिये पैसों का लेन-देन किया जाता था। सभी अपराधी माइकल रेड्डी के सहयोगी दुर्ग जिला के भिलाई थाना क्षेत्र अंतर्गत शारवी चौक निवासी अनिल साव के कहने पर घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।
शनिवार को नगर थाना में प्रेसवार्ता कर उक्त जानकारी एसडीपीओ डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि आरएसएस डायल 112 की टीम को सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति जमुई के सतगामा स्थित श्रीराम अपार्टमेंट में रहकर साइबर फ्रॉड की घटना को अंजाम दे रहे हैं।
डायल 112 की टीम की ओर से इसकी सूचना साइबर थाना को दी गई। इसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एसडीपीओ डॉ. राकेश नेतृत्व में एक छापेमारी टीम का गठन किया गया। उक्त टीम ने श्रीराम अपार्टमेंट में छापेमारी कर पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।