बिहार का एक और पुल तेज आंधी में टूट गया है। यह वैशाली जिले का पीपा पुल है। इस पुल को बीस जून को खोला जाना था। लेकिन, समय सीमा पार कर गई। इससे पहले की पुल चालू होता तेज हवाओं के कारण वो पानी में बह गया। इससे उसपर मौजूद सैकड़ों लोग बीच मजधार में फंस गए हैं।
गंगा नदी पर निर्मित जमींदारी घाट पीपा पुल तेज आंधी-बारिश में बह गया। इसके बहने से राघोपुर जिला मुख्यालय का हाजीपुर से सड़क का संपर्क भंग हो गया है। वहीं, दियारे के करीब तीन लाख आबादी के सामने यातायात की समस्या उत्पन्न हो गई है।
पीपा पुल वैशाली जिला मुख्यलय को राघोपुर प्रखंड को जोड़ने के लिए बनाया गया था। लेकिन तेज आंधी की वजह से पुल का काफी हिस्सा टूटकर बह गया। जिस कारण राघोपुर दियारा के लोगों का जिला मुख्यालय हाजीपुर से संपर्क टूट गया।
जानकारी के अनुसार, जिला मुख्यालय और राघोपुर प्रखंड को जोड़ने वाला बिदुपुर जिमदारी घाट चकौसन पीपा पुल तेज रफ्तार से चल रही आंधी तूफ़ान में तकरीबन 35 फिट बह गया है। इससे राघोपुर दियारा के लोगों का जिला मुख्यालय हाजीपुर से सड़क संपर्क टूट गया है। गंगा नदी पर दो पार्ट में बना पीपा पुल आई आंधी में बह गया।
राघोपुर प्रखंड के 22 पंचायतों का जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क बंद हो गया है। पीपापुल खुलने से करीब ढाई से तीन लाख की आबादी को अब नाव से नदी पार कर हाजीपुर एवं अन्य जगहों पर आना जाना पड़ेगा।
जानकारी के अनुसार, चकौसन जिमदारी घाट के तरफ नदी में पानी अभी बहुत कम है। इससे नाव परिचालन में भी दिक्कतें हो रही हैं। वहीं लोगों को एक किमी पैदल बालू पर चलकर नाव की सवारी करना पड़ेगा।
ऐसी जानकारी है कि बीस जून को इस पुल को खोलने करने की समय सीमा रखी गई थी। लेकिन, गंगा नदी में पानी कम रहने के कारण नहीं खोला जा सका था। इसके रख रखाव में भी ढिलाई बरती जा रही थी। पुल के टूटने के वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। उन्हें नदी पार करने के नाव का सहारा लेना पड़ रहा है।