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12 दिसम्बर, 2024
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चाहे स्कूल हो या आंगनवाड़ी केंद्र, 3 फीट गहरी खाई करती है हर दिन 400 बच्चों का स्वागत…यह है Darbhanga-Madhubani का बोर्डर सकरी

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मुख्य बातें: सकरी नवादा में हर रोज मुसीबत में पड़ती है चार सौ बच्चों की जान, चाहे स्कूल हो या आंगनवाड़ी केंद्र 3 फीट गहरी खाई करती है बच्चों का स्वागत। विद्यालय एवं आंगनवाड़ी केंद्र में करीब चार सौ बच्चे नामांकित हैं।

इन बच्चों के पठन पाठन के लिए आते-जाते समय हर बार इस मुसीबत से सामना होता है। दो साल से भी अधिक समय से सड़क की स्थिति जानलेवा बनी हुई है। कई बार शिकायत के बाद भी समस्या का निदान नहीं किया गया। किसी भी समय यहां कोई बड़ी दुर्घटना की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। पढ़िए देशज टाइम्स के लिए बसंत कुमार झा (मनीगाछी देशज टाइम्स ब्यूरो) की यह रिपोर्ट… 

दरभंगा और मधुबनी की सीमा पर मधुबनी जिले के सकरी पूर्वी पंचायत में राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय नवादा की सड़क जानलेवा बनी हुई है। तकरीबन 100 मीटर लंबी इस कंक्रीट सड़क के नीचे की मिट्टी कहीं पूर्ण तो कहीं आंशिक रुप से धंसने के कारण ऊपर कंक्रीट वाला हिस्सा लगभग झूला की तरह झूल रहा है।

स्कूल के करीब ही सड़क में तीन फीट गहरी व चार फीट लंबी-चौड़ी खाई है। बच्चों के साथ साथ हर राहगीरों की जान यहां दांव पर लगी रहती है। दो साल से यह सड़क अपने उद्घारक का बाट जोह रहा है।

इस पथ में विद्यालय के अलावे आंगनवाड़ी केंद्र, गांव का प्राचीन हनुमान मंदिर, तालाब व सकरी पूर्वी पंचायत टोले नवादा वार्ड नंबर छह के करीब पचास परिवारों का घर है। यहां  से सैकड़ो बच्चे-बुजुर्ग का आना जाना लगा रहता है।

स्थानीय लोग बार-बार सड़क मरम्मत की मांग करके थक-हारकर निराश हो चुके हैं। कोई इनकी सुनता नहीं है। लोगों ने देशज टाइम्स को बताया कि, कई बार छोटे-छोटे बच्चे इस खाई के पास गिरने से चोटिल हो चुके हैं।

स्थानीय निवासी जलेशर सहनी, बैजनाथ सहनी, अर्जुन सिंह, सीताराम साह, दिलखुश साहु सहित दर्जनो लोगों ने शासन-प्रशासन जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय पदाधिकारी से समय रहते जल्द से जल्द सड़क मरम्मत कराए जाने की मांग की है ताकि सैकड़ों बच्चों एवं लोगों को संभावित अनहोनी से बचाया जा सके।

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लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया [email protected] पर लिखें।

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