कुशेश्वरस्थान, देशज टाइम्स। स्थानीय निर्माणाधीन सतीघाट राजघाट मार्ग में सोहरबा घाट स्थित कमला नदी में बना डायवर्सन रविवार की अहले सुबह पानी के तेज धारा में बह गया।
डायवर्सन के बह जाने से कुशेश्वरस्थान प्रखंड के 6 पंचायतों के लगभग 80 हजार से अधिक की आबादी का सीधा सड़क संपर्क भंग हो गया है। वहीं सोहरबा बाजार दो भागों में बंट गया है। अब लोगों को एक छोर से दूसरे छोर जाने में नदी पार करने लिए नाव का सहारा लेना पड़ेगा या फिर अतिरिक्त दूरी तय कर बसौल घाट पर बना पुल पार कर प्रखंड व जिला मुख्यालय जाना पड़ेगा।
इधर, डायवर्सन ध्वस्त होने की सूचना मिलते ही राजस्व अधिकारी शिवम् श्रीवास्तव ने राजस्व कर्मचारी को भेज कर स्थिति से अवगत होकर तत्काल दो नाव को परिचालन शुरू करवा दिया। नाव के परिचालन शुरू होते ही लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि बाइक और छोटे वाहन बसौल घाट होकर चल रहा है।
इस डायवर्सन के ध्वस्त हो जाने से प्रखंड के हरौली पंचायत के पचहरा बुजुर्ग एवं मनोरीपुर एवं बड़गांव पंचायत के नारायणपुर व बहोरवा, चिगरी सिमराहा, पकाही झझरा, बरना, गोठानी पंचायत के सभी गांवों सहित समस्तीपुर जिला के कई पंचायतों का सीधा सड़क संपर्क भंग हो गया है।
अब इन पंचायतों के लोगों को प्रखंड व अनुमंडल मुख्यालय आने जाने के लिए नाव से नदी पार करना पड़ेगा या फिर तीन किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय कर बसौल घाट में बने पुल से होकर गुजरना पड़ेगा।
जानकारी के अनुसार, 16 जनवरी को सोहरबा घाट स्थित कमला नदी में बना स्क्रू पायल पुल बालू से भरा 14 चक्का ट्रक के पुल से होकर गुजरने के दौरान आधा पुल ध्वस्त होकर नदी में गिर गया था।
इसके बाद प्रसनिक दबाव के कारण सड़क निर्माण कंपनी ने 22 दिनों में नदी में जैसे-तैसे डायवर्सन बनाकर बिना सोलिंग किये तत्काल यातायात बहाल कर दिया था। स्थानीय लोगों ने विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ ठेकेदार से डायवर्सन को ऊंचा और मजबूत बनाने के साथ-साथ इसमें सोलिंग करने की मांग की थी।
लेकिन, विभागीय अधिकारी एवं ठेकेदार पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। इसका परिणाम कमला नदी के जलस्तर में वृद्धि होते ही डायवर्सन पानी के तेज धारा में बह गया है।
इस संबंध में पथ निर्माण विभाग के सहायक अभियंता कांति भूषण ने डायवर्सन ध्वस्त होने की पुष्टि करते हुए कहा कि अब तो नदी के जलस्तर में कमी होने के बाद ही कुछ किया जा सकता है।