जाले, देशज टाइम्स। प्रखंड के राढ़ी स्थित जीविका कार्यालय में शुक्रवार को जीविका के क्षेत्रीय समन्वयक विपिन कुमार को समारोह पूर्वक विदाई दी गई।
जानकारी के अनुसार, विपिन कुमार अपने नौ वर्षों के कार्यकाल में जाले प्रखंड में जीविका को छोटे से पौधा से वटवृक्ष बनाया। इनके योगदान के संदर्भ में जितनी भी तारीफ की जाय वह कम है। यह बात जाले प्रखंड जीविका के प्रखंड क्रायक्रम सामन्यवयक देवदत्त ने कही।
उन्होंने कहा कि विपिन के मुजफ्फरपुर जिले में हुए स्थान्तरण पर वहां की जीविका को भी बधाई है। श्री देवदत्त ने कहा कि आज जाले जीविका की जो पहचान है, उसमें पूर्व बीपीएम अमित कुमार व विपिन का बहुत बड़ा योगदान रहा है।
उन दोनों की बदौलत जाले जीविका वट वृक्ष की तरह फैला हुआ है। जाले प्रखंड क्षेत्र में लगभग तीन हजार पचास समूह में लगभग 38 हजार जीविका दीदी जुड़ी हुई हैं।
यह एक राज्य स्तर पर मिसाल है। महिलाएं जीविका से जुड़कर आर्थिक तथा सामाजिक विकास कर रही है। कृषि विज्ञान केंद्र जाले के अध्यक्ष डॉ. दिव्यांशु शेखर ने कहा कि जीविका दीदियों के उत्थान व जीवकोपार्जन के लिए हम केविके परिवार की ओर से सदैव प्रत्यनशील थे और आगे भी रहेंगे।
समाजसेवी धीरेंद्र कुमार ने कहा कि विपिन और अमित ने जिस प्रकार से जाले में एक छोटे से बीज को बढ़ाने का काम किया, वह सराहनीय है। यह उपलब्धि जाले में जीविका के दीदी को स्वाबलंबी स्वरोजगार बनाने में काफी मददगार होगा। जाले आपको हमेशा याद रखेगा और उम्मीद करेंगे कि नए समन्वयक की ओर से सही से निर्वाहन किया जाय।
इस अवसर पर जेपी सेनानी संगठन के प्रदेश महामंत्री अरुण कुमार, संदीप कुमार, पीएनबी के आशीष कुमार,रतनपुर मुखिया पति गोपी कृष्ण ठाकुर उर्फ बबलू सहित सैकड़ों जीविका दीदी मौजूद थीं।