जानकारी के अनुसार,रामचंद्र जय मां चंडी नाम से ट्रांसपोर्ट चलाते थे।घटना के पीछे वर्चस्व और भूमि विवाद बताया है। अब तक इस मामले में केस दर्ज नहीं किया गया है। पुलिस ने घटनास्थल से छह से सात चक्र खोखा बरामद किया है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी का फुटेज पुलिस खंगाल रही है।
घटना के बाद परिवार के सदस्य और मोहल्ले के लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। पुलिस ने किसी तरह शांत कराया। परिवार वालों ने बताया कि तीन दिन पहले भी बदमाशों ने रामचंद्र यादव को धमकी दी थी। इस मामले वासुदेवपुर थाना में आवेदन भी दिया गया था।
जानकारी के अनुसार, पिता-पुत्र वासुदेवपुर थाना के केमखा स्थित हनुमान मंदिर के पास स्थित घर के बाहर बैठे हुए थे। इस बीच चार बाइक पर आठ लोग पहुंचे और दोनों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी। इस घटना में एक गोली ट्रांसपोर्टर के सिर में लग गई। पुत्र राहुल के पीठ में एक गोली लगी।
ट्रांसपोर्टर के अलावा सूद पर पैसा देने का भी धंधा करते थे, इस कारण कई लोगों से उसकी रंजिश थी। मुंगेर सदर के पुलिस उपाधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। उन्होंने दावा किया है कि अपराधियों की पहचान कर ली गई है, जो घटना के बाद से फरार हैं। पुलिस सभी कोणों से जांच कर रही है।