घनश्यामपुर, देशज टाइम्स ब्यूरो। कमला नदी में आए उफान से दोनों तटबंध के बीच बसे आधा दर्जन गांव चौथे दिन भी बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं।
प्राप्त सूचना के मुताबिक नदी का जलस्तर झंझारपुर में खतरे के निशान को पार कर गया है तथा पानी खतरे के निशान से लगभग एक मीटर ऊपर बह रहा है।
नदी के दोनों तटबंधों के बीच बसे डूब क्षेत्र के गांव बाऊर, नवटोलिया, कनकी मुसहरी, बैजनाथपुर, कैथाही, गिदराही, रसियारी पुनर्वास टोला, जमरी डीह मुसहरी आदि गांव का प्रखंड तथा जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो गया है। गांव की अधिकांश सड़कें डूबी हुई है।
बाऊर-घनश्यामपुर प्रधानमंत्री ग्राम्य सड़क पर दो से तीन फीट तक पानी बह रहा है। खेत खलिहान, बाग बगीचे डूबने से पशुचारा का संकट उत्पन्न हो गया है। बाढ़ से धान, मरूआ, मक्का, केला तथा मौसमी सब्जियों की खेती तबाह हो गई है। आवाजाही के लिए लोग नाव की सवारी कर रहे हैं।
भारी बरसात के बीच बाढ़ से लोग परेशान हो रहे हैं। मध्य विद्यालय बाऊर, मध्य विद्यालय रसियारी, प्राथमिक विद्यालय कनकी मुसहरी आदि में पानी घुसने से बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित हो सकता है। जल स्तर में वृद्धि को देखते हुए तटबंध की चौकसी बढ़ा दी गई है।
विभागीय अधिकारी तटबंध की निगरानी कर रहे हैं। इस संबंध में पूछने पर विभाग के जेई अश्वनी कुमार ठाकुर ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। इस बीच आरओ नीलोफर मल्लिका ने तटबंध तथा सरकारी नावों का जायजा लिया। आरओ ने बताया कि 13 सरकारी नाव का परिचालन किया जा रहा है।