गौतम अडाणी (Gautam Adani) अब बिहार में बड़ा निवेश करने जा रहे हैं। गौतम अडाणी का अडाणी ग्रुप (Adani Group) नवादा के वारसलीगंज और मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में सीमेंट फैक्ट्री खोलने जा रही।
अडाणी ग्रुप अंबुजा सीमेंट लिमिटेड (Ambuja Cements Limited) के जरिए यहां 1,400 करोड़ और नौ सौ करोड़ रुपए का निवेश करेगा। इसके लिए अंबुजा कंपनी (Ambuja Cements Limited) की ओर से राज्य सरकार को निवेश प्रस्ताव दिया गया था जिसे मंजूरी मिल गई है।
उद्योग विभाग के तहत संचालित बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार (BIADA) ने प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए भूमि का आवंटन भी कर दिया है। इस सीमेंट फैक्ट्री के लिए नवादा के वारसलीगंज स्थित इंडस्ट्रीयल एरिया में करीब 70 एकड़ जमीन आवंटित की गई है। यहां पर 6.0 एमटीपीए की सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट स्थापित की जाएगी। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, गौतम अडाणी बिहार में बड़ा निवेश करने जा रहे हैं। देश का प्रमुख औद्योगिक घराना अडानी ग्रुप नवादा और मुजफ्फरपुर में सीमेंट फैक्ट्री खोलेगा। अदाणी समूह बिहार में दो जगहों पर सीमेंट फैक्ट्री लगा रहा है।
जहां 2300 करोड़ रुपये का निवेश होगा। पहली फैक्ट्री नवादा के वारिसलीगंज में लगेगी, अडाणी ग्रुप अंबूजा सीमेंट लिमिटेड के माध्यम से 1400 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। वहीं दूसरी फैक्ट्री मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में लगनी है। यहां अडाणी समूह 900 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।
अडाणी समूह को अपने निवेश के लिए नवादा में 70 तथा मोतीपुर में 25 एकड़ जमीन मिली है। उद्योग विभाग के तहत संचालित बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार (बियाडा) ने भूमि का आवंटन कर दिया है।
अडाणी समूह को नवादा के वारिसलीगंज में जमीन उपलब्ध कराई गई है। यह जमीन चीनी मिल की थी, जो 1993 के पेराई सत्र में तत्कालीन बिहार सरकार की भेंट चढ़ गई थी। वहीं, मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में सीमेंट फैक्ट्री के लिए अदाणी समूह को दी गई जमीन भी चीनी मिल की थी।
ऐसा कहा जा रहा है कि अडाणी ग्रुप के बिहार में निवेश करने से अन्य बड़ी कंपनियों के लिए रास्ता खुलेगा। बिहार में यह भ्रम बना हुआ था कि बड़ी कंपनियां आने की इच्छुक नहीं होती है, जबकि ऐसा नहीं है।
राज्य में निवेश का अनुकूल वातावरण औद्योगिक घरानों को आकर्षित कर रहा है। पूर्व में नवादा के वारसलीगंज स्थित इंडस्ट्रीयल एरिया में हिन्दुस्तान पेट्रोलियम ने निवेश का प्रस्ताव दिया था। बियाडा की ओर से इस कंपनी को भूमि भी आवंटित किया जा चुका था। लेकिन, निवेश की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ने के कारण बियाडा ने आवंटन को रद्द कर दिया।
अडानी ग्रुप की ओर से बिहार में यह निवेश काफी अच्छा है। इसका असर आने वाले समय में देखने को मिलेगा। इस निवेश प्रस्ताव के क्रियान्वित होने से बड़ी कंपनियों के बिहार में निवेश के रास्ते खुल जाएंगे।
अभी तक ऐसा माना जाता रहा है कि बड़ी कंपनियां बिहार आना नहीं चाहती हैं। हालांकि ऐसा है नहीं। अब बिहार में बड़ी कंपनियों के और निवेश देखने को मिल सकते हैं। इससे बिहार का तेजी से विकास होगा और लोगों को रोजगार मिलेगा।