दरभंगा, देशज टाइम्स अपराध ब्यूरो। आखिर भैंस की चोरी हो तो हर कोई आश्चर्य में पहले डूबता था। अरे, भैंस की चोरी हो गई। मगर, जब से भैंस की रेट पचास हजार के पार हुआ है इसकी चोरी में पुलिस वाले भी अपना भाग्य आजमाने लगे हैं। ताजा मामला सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र का यहां की पुलिस ने दो भैंस चोरों को गिरफ़्तार किया है। हद यह है कि यह चोर कोई और नहीं, कमतौल थाना का प्राइवेट चालक ही निकला। पढ़िए पूरी खबर
सिंहवाड़ा थाना की पुलिस ने दो भैंस चोरों को गिरफ्तार कर जो खुलासा किया है वह चौंकाता है। इसमें चोर कोई और नहीं गिरफ्तार चालकों में एक अभी कमतौल थाना का प्राइवेट वाहन चालक है। जबकि दूसरे को कुछ दिन पहले ही हटा दिया गया था। पुलिस गिरफ्तार दोनों से पूछताछ कर रही है।
जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए दोनों चोर सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के भरवाड़ा गांव का रहने वाला हैं। इसकी पहचान उत्तम यादव के पुत्र संतोष यादव रूप में हुई है, जबकि दूसरा बदरे आलम उर्फ मुन्ना के पुत्र मो. तुफैल है।
इसके पकड़े जाने से पुलिस विभाग की ओर से रखे गए निजी चालकों पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो गया है कि पुलिस अधिकारी जब थाना में प्राइवेट चालक को रखते हैं तो क्या उसका चरित्र सत्यापन या उसके विषय मे सही जानकारी नहीं करते हैं।
दरअसल इस दोनों चालक को सिंहवाड़ा की पुलिस ने चोरी गई भैंस के साथ गिरफ्तार किया है। सिंहवाड़ा थानाध्यक्ष मुकेश मंडल बताया कि भैंस चोरी में दोनों को दर्ज एफआईआर के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।
अनुसंधान के क्रम मे कमतौल थाना के चालक संतोष यादव को गिरफ्तार किया जिस हैं। बताया जा रहा हैं कि संतोष के पास एक पिकअप गाड़ी है, जिसका इस्तेमाल भैंस चोरी के लिए किया गया हैं।
थानाध्यक्ष मुकेश कुमार मंडल एवं उनके सहयोगी पुलिसकर्मी अनुसंधान के क्रम में उस पिकअप के नंबर से जानाकी यह पिकअप किसका हैं। इस कांड मे दो भैंस चोरों की गिरफ्तारी से अब क्षेत्र मे जानवरों की चोरी पर विराम लगेगा।