गणेश वंदना
अहाँ विनायक सिद्धिक दायक गणनायक विघ्नेष यौ
अहाँ विनायक सिद्धिक दायक गणनायक विघ्नेष यौ
मनकमना सब पूर करय छी हरियै सभक कलेश यौ।
ऋद्धि सिद्धि सब संग रहय छथि शुभ-लाभ सदिखन झोड़ी
केहनो बिगरल काज किए नहि छन्नहि मे तकरा जोड़ी
भक्तक उपर सदा रहैए अपनेक कृपा विशेष यौ
मनकमना सब पूर करय छी हरियै सभक कलेश यौ।
बुद्धिक दाता भाग्य विधाता मंगलमूर्ति नाम अनेक
थिकहुँ गजानन हे लंबोदर मूसक वाहन रखने एक
तिरपेक्षण कयने छी अहाँ गौरी संग महेश यौ
मनकमना सब पूर करय छी हरियै सभक कलेश यौ।
हमहूँ सब अपनहि के सेवक राखब कनिए तकरो ध्यान
आशीषक अभिलाषी गणपति और ने चाही किछुओ आन
मणिकांतक विनती के सुनबय कयने कृपा विशेष यौ
मनकमना सब पूर करय छी हरियै सभक कलेश यौ।
नचारी
शिवक दुअरिया एतय नजरिया बढ़ि रहलय से आश छै…
शिवक दुअरिया एतय नजरिया बढ़ि रहलय से आश छै
दर्शन देथिन रामेश्वर शिव अटल हमर विश्वास छै।
डेगे डेगे दूरी कमय कमि रहलय पूजा के दिन
बाबा भेटता सोचि सोचि कय हेरा गेल अछि आँखिक निन
क्षीर सागर लग सटले सुनल शिवशंकर के बास छै
दर्शन देथिन रामेश्वर शिव अटल हमर विश्वास छै।
विकट बाट रस्ता सुढ़ियाबथि अपनहि सँ औढरदानी
बेर बेगरता सबटा बूझथि सद्यह ई अंतर्यामी
क्षण क्षण पल पल ध्यान रखय छथि कोन हाल मे दास छै
दर्शन देथिन रामेश्वर शिव अटल हमर विश्वास छै।
हिनकर महिमा के नहि जानय बहुतो के केलन्हि सनाथ
अपनहि मुँहे बाजि गेल छथि रामचरित देखू रघुनाथ
मणिकांत सेहो आशीषक हित बनल आइ खबास छै
दर्शन देथिन रामेश्वर शिव अटल हमर विश्वास छै।
महेशवाणी
रहि रहि देखय छी सपना महादेव
रहि रहि देखय छी सपना महादेव
आयल छी अहाँक अंगना
ढोल मृदंग सब बाजय सदाशिव
बाजैए डामरु बजना।
द्वार देखल हम ठाढ़ कपाली
भूत परेत बजाबय ताली
बिढ़नी पचोहिया दिवाना महादेव
आयल छी अहाँक अंगना।
माथे शोभय छथि दुतिया चंदा
गरदनि मे अछि नागक फंदा
साँपक छाड़ल गहना महादेव
आयल छी अहाँक अंगना।
आशुतोष छी औढरदानी
कृपा करु हर शिव शूलपाणी
मणिकांत बम-बम रटना महादेव
आयल छी अहाँक अंगना।
मणिकांत झा,
दरभंगा, १६-९-२३
गंगोत्री-रामेश्वरम-पदयात्रा
१०५म दिन
(नागाची, रामनाथ पुरम, तमिलनाडु)