बिहार उद्योग के क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल कर लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को बिहार शरीफ प्रखंड अंतर्गत फतेहली गांव में चंद्रिका पावर के इथेनॉल प्लांट का रिमोट के जरिए शुभारंभ किया। इस प्लांट के क्रियाशील होते ही नालंदा इथेनोल उत्पादन का हब बन जाएगा।
जानकारी के अनुसार, इसके शुरू होने से रोजगार सृजन के साथ मक्का व धान किसान लाभांवित होंगे। साथ ही पेट्रोल के बढ़ते दामों पर भी अंकुश लगेगा।
इथेनॉल मुख्य रूप से गन्ने की फसल से तैयार किया जाता है लेकिन इसे कई अन्य चीनी फसलों से भी तैयार किया जा सकता है। इससे कृषि और पर्यावरण दोनों को लाभ होता है।
इस प्लांट में प्रत्यक्ष रूप से 200 लोग जबकि अप्रत्यक्ष रूप से 12 सौ से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके सृजन हो जाने से आसपास के किसान भी काफी लाभान्वित होंगे। मक्का एवं धान से इथेनॉल का उत्पादन होगा।
प्लांट में प्रतिदिन 60 हजार लीटर इथेनॉल का उत्पादन होगा। इसके लिए आसपास के राइस मिलरो एवं किसानों से मक्का एवं चावल के लिए समन्वय स्थापित कर लिया गया है।
आने वाले समय में हाइब्रिड इंजन में इथेनॉल के उपयोग से ही वाहन चलेंगे। इससे प्रदूषण कम होती है। साथ ही पेट्रोल के दामों पर भी अंकुश लगेगा और पर्यावरण प्रदूषित होने से भी बचेगा। मुख्यमंत्री इथेनॉल प्लांट में 15 मिनट ही रुके, उद्घाटन के उपरांत वहां मौजूद लोगों से बातचीत की इसके बाद सड़क मार्ग से वापस पटना लौट गए।
हालांकि इस दौरान मुख्यमंत्री मीडिया से दूरी बनाए रखें। इस दौरान जिलाधिकारी के साथ डीडीसी, एसडीओ, सदर डीएसपी के अलावे कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
वही चंद्रिका पावर के एथेनॉल उत्पादन प्रतिष्ठा के डायरेक्टर रोहेल रंजन ने बताया कि यहां पर 60 हजार लीटर का इथेनॉल प्लांट बन गया है। जिसमें मक्का और चावल के जरिए एथेनॉल का उत्पादन किया जाएगा।
स्थानीय किसान और आसपास के राइस मिल से चावल और मक्का की खरीदारी की जाएगी। जिससे किसने की आमदनी भी बढ़ेगी साथ ही साथ स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होगा।





