सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में पटना पुलिस ने एक सिपाही कमलेश को गिरफ्तार किया है। गया का रहने वाला गिरफ्तार सिपाही कमलेश नालंदा में कार्यरत था। पटना के कंकड़बाग थाने की पुलिस ने उसके घर पर छापेमारी करते हुए उसे गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में कई महत्वपूर्ण बातें सामने आई है।
जानकारी के अनुसार, बिहार में सिपाही भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली सामने आने के बाद परीक्षा कैंसिल कर दी गई थी। इस मामले में छापेमारी भी तेज हो गई है। इस छापेमारी में पुलिस ने एक सिपाही कमलेश को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के साथ-साथ आर्थिक अपराध इकाई की टीम भी सिपाही की भूमिका और उसके कनेक्शन की जांच कर रही है। कमलेश के मोबाइल को जब्त कर लिया गया है। किस नंबर से उसे आंसर की भेजे गए थे? अभी इसकी जांच चल रही है।
दूसरी तरफ आर्थिक अपराध इकाई ने अपनी जांच तेज कर दी है। जिन जिलों में आंसर की परीक्षा से पहले आए, वहां के परीक्षा केंद्रों पर केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) की ओर से कितने और कौन-कौन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी? इसकी जानकारी आर्थिक अपराध इकाई ने पर्षद से मांगी है।
गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट में पेश कर ज्यूडिशियलस कस्टडी में भेज दिया गया है। जांच में सिपाही के खाते से लाखों के लेन-देन की बात सामने आई है। उसके पास से आंसर की भी मिली है, बताया जा रहा है कि सिपाही अपने बहनोई को पास कराने के लिए उसे आंसर की भेजी थी।
सिपाही नालंदा क्यूआरटी में तैनात था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही कि सिपाही के पास आंसर की कहां से आई है। पैसों से जुड़ी जानकारी जुटा रही है।
गिरफ्तार सिपाही को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया और वहां से ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया है। केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) की ओर से आयोजित सिपाही बहाली की परीक्षा के पेपर लीक मामले में किसी पुलिसकर्मी की यह पहली गिरफ्तारी है। पटना सदर ASP ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है।





