खगड़िया के पूर्व विधायक रणवीर यादव और उनकी पत्नी कृष्णा कुमारी यादव (जिला परिषद अध्यक्ष) अदालत ने सजा सुनाई है। एसीजेएम-1 विभा रानी की कोर्ट ने 18 साल पुराने रंगदारी के केस में सुनवाई करते हुए रणवीर यादव और कृष्णा कुमार यादव को तीन-तीन साल की सजा सुनाई है।
कोर्ट के फैसले के बाद कृष्णा यादव की कुर्सी जाने का खतरा मंडरा रहा है। सरकारी नियमों के मुताबिक कोर्ट द्वारा सजायाफ्ता व्यक्ति जिला परिषद के अध्यक्ष के पद पर नहीं रह सकता। लिहाजा अगर उपरी अदालत ने ससमय सजा पर रोक नहीं लगायी तो कृष्णा यादव की कुर्सी जा सकती है।
इतना ही नहीं अदालत ने दोनों को दस-दस हजार रुपये अर्थदंड भी लगाया। अदालत ने कहा कि दंड की राशि अदा नहीं करने पर छह मास जेल में गुजारना होगा।
एसीजेएम विभा रानी की कोर्ट ने दोनों को तीन-तीन साल की कैद के साथ 10-10 हजार रूपये का आर्थिक जुर्माना लगाया है। पति-पत्नी को कोर्ट से ये सजा 2005 में दर्ज हुई रंगदारी के केस में हुई है। कोर्ट से फैसला आने के बाद खगड़िया जिला परिषद क्षेत्र संख्या 8 के प्रतिनिधि दीपक कुमार ने खगड़िया डीएम से विधि सम्मत कार्रवाई की मांग की है।
वही सजायाप्ता कृष्णा यादव को अविलंब जिला परिषद अध्यक्ष से निलंबित करने की बात कही है। 2005 में आलोक तालुकदार नाम के व्यक्ति ने खगड़िया थाने में रणवीर यादव और कृष्णा यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी।
इसमें आरोप लगाया गया था कि कृष्णा यादव और रणवीर यादव ने फोन पर उनसे रंगदारी मांगी है। रणवीर यादव पहले भी दूसरे मामले मे जेल जा चुकें हैं और उनपर कई केस चल रहा है, जिसकी वजह से वे चुनाव लड़ने के पहले के लिए अयोग्य थे,पर इस इस केस मे सजा सुनाये जाने के बाद उनकी पत्नी कृष्णा यादव का राजनीतिक कैरियर चौपट होने तय है।
वर्तमान में वह जिला पराषिद अध्यक्ष हैं और कोर्ट से सजा मिलने के बाद उनका चेयरमेन का पद जाना तय है।कोर्ट के फैसले के बाद इस मसले पर स्थानीय मीडिया से बात करते हुए रणवीर यादव ने कहा कि ये मेरे और मेरी पत्नी का राजनीतिक करियर समाप्त करने की साजिश है। रणवीर यादव ने कहा कि इस केस में कोई साक्ष्य नहीं है।
पूर्व विधायक रणवीर यादव ने कहा कि कृष्णा यादव लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनने वाली थीं और उन्हें चुनाव लड़ने से रोकने के लिए साजिश की गयी है।कई जिला पार्षदों ने डीएम से तत्काल कृष्णा यादव को जिला परिषद चेयरमेन पद से हटाने की मांग की है। वहीं सजा के बाद पूर्व विधायक रणवीर यादव ने कहा कि इस सजा के खिलाफ वे ऊपरी अदालत जाएंगे।
इसके साथ ही रणवीर यादव ने कहा कि उनकी पत्नी कृष्णा की राजनीतिक कैरियर खत्म करने के लिए ये साजिश की गयी है। उनकी पत्नी इस बार लोकसभा चुनाव का तैयारी कर रही थी, पर अब सजा मिलने की वजह से वह चुनाव नहीं लड़ पाएगी। उन्हें उम्मीद है कि ऊपरी अदालत से उन्हें राहत मिलेगी।