जानकारी के अनुसार, नवादा की साइबर पुलिस ने फिंगर प्रिंट क्लोन कर आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम से (एईपीएस) ठगी करने वाले गिरोह के दो अपराधियों को बड़ी संख्या में आपत्तिजनक सामानों के साथ गिरफ्तार करते हुए आगे की तहकीकात जैसे ही शुरू की अब में तेलंगाना के चार अंतर प्रांतीय साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है।
जानकारी के अनुसार,पुलिस के हत्थे चढ़े सभी साइबर ठग तेलंगाना के हैं। गिरफ्तार साइबर अपराधियों की ओर से तेलुगू भाषी तेलंगाना और आंध्रप्रदेश के भोले-भाले लोगों से धनी फाइनांस से लोन, इंडिया बुल्स से लोन, गैस एजेंसी और सिंपल वन इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने के नाम पर फोन कर ठगी किया करते थे।
साइबर थाना की पुलिस ने इन साइबर अपराधियों के पास से 25 मोबाइल, 4 आधार कार्ड, 1 फ्लाइट का टिकट, 46 पन्ने का दस्तावेज और रोज की ठगी किए गए रुपये का हिसाब लिखी डायरी को जब्त किया है।
फिलहाल साइबर थाना पुलिस सभी साइबर ठग को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं, साइबर ठग गिरोह के मुख्य सरगना भूषण उर्फ ओम विकास रंजन की तलाश में साइबर थाना की पुलिस की छापेमारी जारी है। इन ठगों की गिरफ्तारी से कई रहस्यमय कांडों से पर्दा उठने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
जानकारी के अनुसार,साइबर थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर जिले के वरिसलीगंज थाना क्षेत्र के झौर गांव में छापेमारी कर इन चारों को गिरफ्तार किया है।
डीएसपी सह साइबर थानाध्यक्ष प्रिया ज्योति ने बताया कि वरिसलीगंज थाना क्षेत्र के झौर गांव निवासी भूषण कुमार उर्फ ओम विकास रंजन, पिता-अखिलेश प्रसाद द्वारा तेलंगाना से फ्लाइट से चार साइबर ठगों को बुलाकर सस्ते दर में ऋण आदि का प्रलोभन देकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे।
पुलिस के हाथ चढ़े सभी साइबर ठग जिले के वरिसलीगंज थाना क्षेत्र के पटेल कॉलोनी के निवासी देव नारायण सिंह के मकान में किराए के मकान से ठगी कर रहे थे। ये सभी साइबर ठग महबूबनगर तेलंगाना जिले के बोमरास्पेटा मंडल थाना क्षेत्र के बोमरास्पेटा कवाली नरसिंलु के पुत्र कवाली हरि कृष्णा, वैद्त्या शंकर के पुत्र वैद्त्या गणेश, वैद्त्या शंकर नायक के पुत्र वैद्त्या अक्षय और पाण्डेया नायक के पुत्र रामावत कल्लू नायक है।
गिरफ्तार साइबर अपराधी द्वारा तेलुगू भाषी तेलंगाना और आंध्रप्रदेश के भोले-भाले लोगों से धनी फाइनांस से लोन, इंडिया बुल्स से लोन, गैस एजेंसी और सिंपल वन इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने के नाम पर फोन कर ठगी किया करते थे।