बिरौल, देशज टाइम्स। थाना क्षेत्र का मजरगाही गांव उदास पड़ा है। यहां के एक बेटे ने दैहिक जरूरत में वासना की ऐसी आग जलाई कि उसका पूरा परिवार आज अंधेरे में पड़ा है। यहां के बिरौल थाना क्षेत्र के मजगाही गांव का रहने वाला अरुण पंडित, मसहारी निवासी फूलचंद व झकेली निवासी दुखन पंडित को हरियाणा की सोनीपत की कोर्ट ने हत्या और दुष्कर्म के चार अभियुक्तों को फांसी की (Biraul’s son hanged in Haryana, family in distress) सजा सुनाई है। पढ़िए पूरी खबर
बिरौल थाना क्षेत्र के मजगाही गांव के अरुण पंडित एवं दरभंगा जिला के ही मसहोरी गांव के फूलचंद, झकेली गांव के दुखन पंडित और समस्तीपुर जिला के बाड़ा गांव निवासी रामसुहाग ने दिल्ली बॉडर से सटे सोनीपत कुंडली में पांच अगस्त 2021 को परोस के ही दो नाबालिक के साथ दुष्कर्म कर जहर खिला कर हत्या कर दी थी।
इस मामले में मृतक बहनों की परिजन के आवेदन पर 9 अगस्त 2021 को कुंडली थाना में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर उक्त सभी नामजद अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.इसके बाद हरियाणा के सोनीपत न्यालय में सुनवाई के दौरान अतरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश सुरुचि अतरेजा सिंह ने विगत 24 नवंबर को चारों दोषियों को मृत्युदंड की सजा सुनाई है।
इसके बाद इसकी खबर मिलते ही परिजन ग्रामीणों के साथ हरियाणा पहुंच कर दया याचिका दायर करने के लिए न्यायलय में जाने की तैयारी में जुट गए हैं। पढ़िए पूरी खबर विस्तार से
फांसी की सजा पाने वालों में तीन अभियुक्त दरभंगा जिला के बिरौल थाना क्षेत्र के मजगाही गांव का रहने वाला अरुण पंडित है जबकि मसहारी निवासी फूलचंद व झकेली निवासी दुखन पंडित हैं। तीनों अभियुक्त करीब दो वर्षों से ज्यादा समय से जेल में ही बंद हैं।
इधर, रोजी रोटी के लिए हरियाणा गए पुत्र की दुष्कर्म में फांसी की सजा मिलने की खबर ने पूरे परिवार को तोड़ दिया है। परिजनों में कोहराम मचा है। अरुण पंडित की मां रो-रोकर बेहोश हो रही है। पिता सतो पंडित अग्रिम याचिका दायर करने के लिए हरियाणा के लिए निकल गए हैं। गांव के लोग घटना से स्तब्ध हैं।
जानकारी के अनुसार, बिरौल थाना क्षेत्र के मजगाही गांव के रहने वाले अरुण पंडित चार बच्चों का पिता है। अरुण पंडित की मां ने बताया कि उनके बेटे को किस मामले में सजा हुई है इसकी जानकारी उनके पास नहीं है। हमलोग हरियाणा पुलिस की तरफ से सजा मिलने की जानकारी दी गई है। अरुण की मां ने बताया कि उनके तीन बेटों में अरुण बीच वाले स्थान पर है। परिजनों पर दुखों बड़ा पहाड़ गिर गया है।
पेशे से हरियाणा में रहकर राज मिस्त्री का काम करने वाले अरुण पंडित की चार बच्चे हैं।जबकि एक बच्ची की मौत सांप के काटने से हो गया था। अरुण की पत्नी ने बताया कि मेरा पति 2 वर्ष से जेल में बंद है, जिससे परिवार चलाना काफी मुश्किल हो रहा था। किसी तरह समय काट रहे थे अब अचानक से फांसी की सजा मिलने की खबर मिली है। मेरा तो अब संसार ही उजड़ गया है। मेरे बच्चों को कौन देखेगा।
सरकार से गुहार लगाती हूं मेरे पति की सजा को माफ कर दिया जाए। पूरा परिवार डरा हुआ है। अरुण की बेटी संगम कुमारी ने कहा कि हमलोग किसी भाई बहन को ठीक से पापा से बातचीत भी नही हो पा रही है। हमारे दादा जी काफी समय से हरियाणा में रहकर रिहाई के लिए प्रयास कर रहे थे।
वहीं, बिरौल के मजरगाही गांव के ग्रामीणों का कहना है कि बीमार पिता की पारिवारिक स्थिति खराब रहने से वह कमाने के लिए हरियाणा गया था। वहां वह स्थानीय लोगों के साथ ही राज मिस्त्री का काम करता था।
दो वर्ष पूर्व परिजनों को जानकारी मिली थी कि अरुण और उसके तीन दोस्त दुष्कर्म कर हत्या में अभियुक्त बन गया है। इस बीच न्यायालय से हुई सुनवाई में फांसी की सजा सुनाने की जानकारी मिलते ही समस्त ग्रामीणों को झकझोर कर रख दिया है।