back to top
6 जुलाई, 2024
spot_img

Legal Awareness Program | Darbhanga के बेनीपुर उपकारा में बंदियों को दिए गए हक, शिक्षा, मनोरंजन, स्वास्थ्य के टिप्स

आप पढ़ रहे हैं दुनिया भर में पढ़ा जाने वाला DeshajTimes.Com...आपका चहेता DeshajTimes.Com... इस 20 जुलाई 2025 को हो जाएगा पूरे 7 साल का। 20 जुलाई, 2018 — 20 जुलाई, 2025 ...खबरों की विरासत का निष्पक्ष निर्भीक समर्पित @7 साल । DeshajTimes.Com यह संस्कार है। इसमें हवा की ताकत है। सूरज सी गर्मी। चांद सी खूबसूरती तो चांदनी सी शीतलता भी। यह आग भी है। धधकता शोला भी। तपिश से किसी को झुलसा देने की हिम्मत। झुककर उसकी उपलब्धि पर इतराने की दिलकश अदा भी। आप बनें भागीदार DeshajTimes.Com के 7 साल...चुनिए वही जो सर्वश्रेष्ठ हो...DeshajTimes.Com
spot_img
Advertisement
Advertisement

सतीश झा, बेनीपुर। उपकारा बेनीपुर में बंदियों के मानवाधिकारों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए कानूनी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन (Legal awareness program organized in Benipur Upkara) किया गया।

जानकारी के अनुसार, पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश-सह-मुख्य संरक्षक, बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, न्यायमूर्ति  के विनोद चन्द्रन के संरक्षण एवं बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यकारी अध्यक्ष-सह-पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश,  न्यायमूर्ति चक्रधारी चरण सिंह के मार्गदर्शन एवं बिहार मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष माननीय न्यायमूर्ति (सेनि) अनंता मनोहर बदर के नेतृत्व में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

जानकारी के अनुसार, इन्हीं के दिशा-निर्देश से अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर उपकारा बेनीपुर में बंदियों के मानवाधिकारों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए कानूनी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

यह भी पढ़ें:  चलती ट्रेन से पत्नी गिरी, बचाने कूदा पति – Darbhanga Railway Station पर दिल दहला देने वाला हादसा...Sabarmati Express@ मौत!

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अवर न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार दरभंगा के सचिव रंजन देव ने कहा कि राज्य मानवाधिकार आयोग एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के संयुक्त तत्वावधान में प्रदेश के सभी कारा में बंदियों के साथ मानवाधिकार दिवस मनाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि 10 दिसंबर 1948 को संयुक्त राष्ट्रसंघ में मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा को स्वीकृत किया गया। भारत में मानवाधिकार अधिनियम 1993 के तहत राष्ट्रीय स्तर पर एवं राज्य स्तर पर मानवाधिकार आयोग का गठन किया गया। मानवाधिकार के तहत काराधीन बंदियों के अधिकारों की सुरक्षा हेतु भी नियम बनाए गए हैं।

सचिव श्री देव ने कहा कि बंदियों के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए विधिक सेवा प्राधिकार अधिनियम 1987 में भी प्रावधान किया गया है। जिसके तहत बंदियों को निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराया जाता है।

यह भी पढ़ें:  बाल काटकर कालिख लगाई, पीटा, फिर गांव में घुमाया! Darbhanga में प्रेमी युवक से बर्बरता

काराधीक्षक धीरज कुमार ने कहा कि कारा अधिनियम 1894 एवं मानवाधिकार के संदर्भ में बंदियों कारा में मौलिक सुविधाएं दी जाती है। शिक्षा, मनोरंजन, स्वास्थ्य आदि के लिए हरसंभव प्रयास किया जाता है।

पैनल अधिवक्ता राजनाथ यादव ने गिरफ्तार व्यक्तियों के अधिकार, महिला एवं पुरुष बंदियों के अधिकार, मुफ्त विधिक सेवा के बारे में विस्तार से बताया। मौके पर जेलर भजन दास, प्राधिकार सहायक कुमार गौरव, पीएलवी नितीश कुमार राम,अरविंद कुमार आदि मौजूद थे।

जरूर पढ़ें

शूटआउट: घर में घुसकर अपराधियों ने बाप-बेटे को मारी गोली –मासूम बेटे की मौत

अररिया जिले के महलगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत ककोड़वा वार्ड संख्या 9 में शुक्रवार देर रात...

Darbhanga समेत BIHAR के 19 जिलों को बड़ी सौगात! नई हेल्थ सेवा, रेफरल अस्पतालों से निजात! फ्री इलाज, एक्सपर्ट डॉक्टर, जांच की सुविधा –खुलेंगे...

दरभंगा समेत 19 जिलों को बड़ी सौगात! रेफरल अस्पतालों से निजात! फ्री इलाज, एक्सपर्ट...

Tejashwi Yadav ने कहा- बिहार के अखबार सरकार के ‘दलाल-‘चाटुकार’, कायर हैं ये…तेल मालिश करने वाले-सत्ता के चापलूस ये अखबार@देखें VIDEO

तेजस्वी यादव का बिहार के प्रिंट मीडिया पर हमला: “सरकारी विज्ञापन के लालच में...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें