पटना। बिहार सरकार के गठबंधन में सब-कुछ ठीक नहीं है। ऐसा दावा किया है पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने।
लालू-राबड़ी आवास पर केवल 7 मिनट रुके नीतीश कुमार
उन्होंने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि नीतीश कुमार इस बार मकर संक्रांति पर लालू-राबड़ी आवास गए लेकिन वहां केवल सात मिनट रुके।
लालू ने नहीं लगाया दही का टीका
· हमेशा दूसरों की कृपा पर मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार, लालू ने बनायी दूरी
· राबड़ी आवास में नहीं लगा दही का टीका, गठबंधन में सब-कुछ ठीक नहींपटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार 78 विधायकों की पार्टी राजद की कृपा पर मुख्यमंत्री हैं…
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) January 16, 2024
लालू प्रसाद ने उनसे दूरी बनायी और दही का टीका भी नहीं लगाया। दोनों दलों के बीच सब-कुछ ठीक नहीं है। डील की कील चुभने लगी है।
लालू जब चाहें उन्हें हटा कर तेजस्वी को बना सकते हैं CM
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 78 विधायकों की पार्टी राजद की कृपा पर मुख्यमंत्री हैं और लालू प्रसाद जब चाहें उन्हें हटा कर बेटे तेजस्वी को मुख्यमंत्री बना सकते हैं।
दोनों के बीच हुई थी डील
दोनों के बीच डील भी यही हुई थी। ऐसे में कार्यकर्ताओं का मनोबल न टूटे, इसलिए जदयू के मंत्री नीतीश कुमार को “बिहार का भविष्य” बता रहे हैं जबकि स्वयं मुख्यमंत्री बिहार का भविष्य (उत्तराधिकारी) तेजस्वी यादव को बता चुके हैं।
2020 में नीतीश कुमार भाजपा की कृपा से बने थे मुख्यमंत्री
मोदी ने कहा कि 2020 में नीतीश कुमार 75 विधायकों वाली भाजपा की कृपा से मुख्यमंत्री बने थे जबकि उनकी पार्टी के पास सिर्फ 44 विधायक थे।
2001 में भी भाजपा की कृपा से बने थे CM
वे पहली बार 2001 में भी 67 विधायकों वाली भाजपा की कृपा से मुख्यमंत्री बने थे। उस समय उनकी पार्टी के 37 विधायक थे।