Bihar Politics | रूकिए…रूकिए…बिहार में खेला अभी बांकी है…। पहले हाल तक बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी बार-बार कहते थे, बिहार में खेला होबे…बिहार में खेला होबे…बिहार में खेला होबे…और आखिरकार बिहार में बड़ा खेला हो गया। अचानक से खुल जा सिम सिम वाला दरवाजा खुला और नीतीश उसमें प्रवेश कर गए।
Bihar Politics | सब कुछ अनायास। द्वंद्व के बीच। अब जब सरकार बन गई है
सब कुछ अनायास। द्वंद्व के बीच। अब जब सरकार बन गई है। बीजेपी और जदयू ने अपने-अपने खाते में मंत्रि पद की सारी फाइलें समेंट ली है। मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। तब यह बात सामने आ रही है कि रूकिए…रूकिए…बिहार में खेला अभी बांकी है…
Bihar Politics | कारण भी है, मंत्रिमंडल का आज जैसा विस्तार हुआ
कहा जा रहा है। नीतीश सरकार के शक्ति परीक्षण से पहले बिहार में बड़का खेला होगा। सरकार विश्वास मत हासिल नहीं कर पाएगी। एनडीए के साथ जाने के नीतीश के फैसले से उनके विधायक ही तनाव में डिप्रेस्ड हो गए हैं।
Bihar Politics | होने के पीछे क्या है…एकमुश्त थोप देना
होना भी थोड़ा बहुत स्वभाविक है। कारण भी है, मंत्रिमंडल का आज जैसा विस्तार हुआ। विभागों का जिस तरीके एकमुश्त एक हाथ में थोप दिया गया। मंत्रिमंडल में अधिकांश लोगों को फिलहाल प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया। ऐसे में, नाराजगी तो है ही।
Bihar Politics | नाराज खेला होबे खेला होबे की ट्ववीट करने वाले जीतन राम मांझी भी हैं
वैसे, नाराज खेला होबे खेला होबे की ट्ववीट करने वाले जीतन राम मांझी भी हैं। जीतन राम मांझी ने साफ कहा था हमें मंत्रिमंडल में दो पद चाहिए। राजद ने हमें फलाना ऑफर किया था। लेकिन, हम एनडीए के साथ आ गए। एनडीए से नाराज कौन-कौन है? इसकी भी लंबी फेहरिस्त बनती जा रही है। सरकार चलना इतना आसान नहीं होगा। ऐसे में,
Bihar Politics | सरकार के बनने और बिगड़ने में कितनी देर लगेगी इसके आसार, कयास
बिहार में सत्ता परिवर्तन के साथ एनडीए सरकार के बनने और बिगड़ने में कितनी देर लगेगी इसके आसार, कयास काफी लगाए जा चुके हैं। राजद का एकदम से साइलेंट मोड में चले जाना। नीतीश कुमार के प्रति कोई नाराजगी ना दिखाना। बड़ा इशारा है। कारण, 12 फ़रवरी को अलायन्स विधानसभा में बहुत साबित करने की तैयारी में है।
Bihar Politics | पहले समझा, कुछ और बात, गौर फरमाया, तो सामने आया यह बात
पहले बताया गया कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जिच है। सीएम नीतीश दिल्ली जा सकते हैं, लेकिन शनिवार को विस्तार हो गया। तो कहीं तत्परता के बीच कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ का यह दावा राजनीतिक पंडित गौर फरमा रहे है जहां उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार के इस शक्ति परीक्षण से पहले बिहार में बड़का खेला होगा।
Bihar Politics | नीतीश के मुख्यमंत्री वाली ये सरकार गिर जाए और…
कांग्रेस प्रवक्ता ने ये भी दावा किया है की NDA की लीडिंग पार्टी भाजपा भी यही चाहती है की नीतीश के मुख्यमंत्रीत्व की ये सरकार गिर जाए और राष्ट्रपति शासन लग जाये, ताकि इतने समय में भाजपा आगामी विधानसभा की रणनीति तैयार कर सके। भाजपा यही चाहती है कि लोकसभा चुनाव के बाद ही बिहार में विधानसभा चुनाव हो, ताकि सबकुछ भाजपा की रणनीति के अनुसार चले और अगले विधानसभा में भाजपा बिहार की गद्दी पर काबिज़ हो जाए।
Bihar Politics | नीतीश ही चाहते हैं, दावा यही है, तख्त और ताज के लिए
कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया कि भाजपा भी चाहती है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार गिर जाए। राजेश राठौर के अनुसार नीतीश कुमार चाहते हैं कि बिहार में विधानसभा के चुनाव लोकसभा के साथ हो जाए। नीतीश कुमार को यह डर है कि लोकसभा के साथ विधानसभा के चुनाव नहीं हुए तो फिर चिराग पासवान वही करेंगे जो उन्होंने 2020 में किया था। लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं चाहती।
Bihar Politics | फिर विधानसभा का चुनाव अपनी रणनीति के मुताबिक
बीजेपी की मंशा है कि नीतीश की सरकार गिर जाए तो बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाए और फिर विधानसभा का चुनाव अपनी रणनीति के मुताबिक कराया जाए। भाजपा चाहती है कि लोकसभा चुनाव के बाद बिहार विधानसभा का चुनाव हो ताकि उन्हें कोई दिक्कत नहीं हो। इसलिए बीजेपी भी सरकार गिराने के मूड में है।
Bihar Politics | और उन्हें छोड़कर जाने की तैयारी में हैं
राजेश राठौड़ ने कहा कि नीतीश कुमार फ्लोर टेस्ट में फेल हो जायेंगे, क्योंकि उनके अपने विधायक अभी डिप्रेशन में चल रहे हैं और उन्हें छोड़कर जाने की तैयारी में हैं। उन्होंने दावा किया कि बहुमत साबित होने से पहले ही जदयू में बड़ी टूट होगी।
Bihar Politics | खफा वाले वफा करेंगे…इसमें शक…क्योंकि दावा यही है….इनका
राठौड़ ने कहा कि महागठबंधन को छोड़ NDA में शामिल होने से कई विधायक नीतीश से खफा चल रहे हैं। नीतीश कुमार के साथ साथ क्षेत्र के लोग जदयू विधायकों को भी पलटू राम कहकर चिढाते हैं। ऐसे में अपनी लाज और प्रतिष्ठा बचाने के लिए कई विधायक जदयू को छोड़कर हमारे गठबंधन में शामिल होने की तैयारी में हैं।