Bihar Naxal | NIA | बिहार में नक्सल की सुई में NIA की बड़ी सुराख कर दी है। जहां उपज की चाह में एनआईए ने पानी फेर दिया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कार्रवाई करते हुए बैन नक्सली संगठन सीपीआई (माओवादी) के दो सदस्यों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। दोनों पर बिहार के मगध क्षेत्र में हिंसक नक्सलवाद को पुनर्जीवित करने के आरोप है।
Bihar Naxal | NIA | दो पिस्तौल और जिंदा कारतूस,लेवी रसीदें,पुस्तिका के साथ किया गिरफ्तार
जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों पर भारतीय दंड संहिता, शस्त्र अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है। दोनों को दो पिस्तौल और जिंदा कारतूस, सीपीआई (माओवादी) की मगध जोनल संगठन समिति की एक पुस्तिका, लेवी रसीदें और एक मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार किया गया था।
Bihar Naxal | NIA | फिलहाल, इस मामले में आगे की जांच जारी हैं
आरोप पत्र पटना के विशेष अदालत में दायर किया गया है आरोप पत्र में बिहार के कैमूर जिले के रोहित राय उर्फ प्रकाश उर्फ मनोज उर्फ पत्रकार उर्फ नेताजी और राज्य के औरंगाबाद जिले के प्रमोद यादव उर्फ प्रमोद कुमार का नाम शामिल किया है। फिलहाल, इस मामले में आगे की जांच जारी हैं।
Bihar Naxal | NIA | आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल
इससे पहले भी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन की गैरकानूनी और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों से संबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) मामले में दो आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल किया था।
Bihar Naxal | NIA | बिहार के 26 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है
आरोपियों की पहचान मोहम्मद याकूब खान उर्फ सुल्तान उर्फ उस्मान और शाहिद रजा के रूप में की गई है, दोनों बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के रहने वाले हैं। उन पर आईपीसी, आर्म्स एक्ट एवं यूए(पी)ए की विभिन्न धाराओं के तहत कई आरोप दर्ज किए गये हैं। पीएफआई से जुड़े मामले में अभी तक कुल 17 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। वहीं बिहार के 26 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
Bihar Naxal | NIA | लेवी वसूलने की दी थी बैठक में जानकारी
जांच में सामने आया कि राय ने यादव और अन्य के साथ मगध क्षेत्र में सीपीआई (माओवादी) को फिर सक्रिय करने के लिए आठ जून को औरंगाबाद के माही गांव में एक बैठक की थी। उस बैठक में संगठन की गतिविधियों को मजबूत करने के लिए व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, ठेकेदारों, टोल प्लाजा और अन्य ऐसी संस्थाओं से लेवी वसूलने के बारे में कहा गया था।