मुख्य बातें: गुणवत्ता के लिए बहाल की गई आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से शिक्षा विभाग कर रही उगाही, मध्याह्न भोजन योजना के लिए विद्यालय में दी जा रही प्रति थाली का निर्धारित मूल्य कक्षा 1से 5 के बच्चों के लिए 120 व कक्षा 6से 8 के लिए 140, वास्तविक 50 रूपए, विद्यालय प्रबंधन की ओर से पूर्व में खरीद की गई वजनी थाली का मूल्य था मात्र 60 रुपए
Madhubani News | Basopatti News | Mid Day Meal | यह छेद थालियों की खरीद में हुई है। बाजार में दाम कुछ। खरीद में दिख रहा कुछ।
Madhubani News | Mid Day Meal | बासोपट्टी मध्याह्न भोजन की थाली में बड़ी छेद मिली है। यह छेद थालियों की खरीद में हुई है। बाजार में दाम कुछ। खरीद में दिख रहा कुछ। ऐसे में, खरीदी गईं थाली में शिक्षा विभाग की बड़ी हेरा-फेरी सामने आई है यानि दाम में One टू का Four किया गया है। बड़ी खबर बासोपट्टी प्रखंड के करीब एक दर्जन से अधिक विद्यालयों से आ रही है जहां….DeshajTimes.com पर Praveen Thakur की Exclusive Report
Madhubani News | Basopatti News | Mid Day Meal | शिक्षा विभाग में कार्यरत एजेंसियों का कार्य संतोषप्रद नहीं
बिहार सरकार आए दिन विभिन्न विभागों में गुणवत्तापूर्ण कार्य को लेकर आउटसोर्सिंग एजेंसी बहाल कर रही है। सरकार का उद्देश्य है कि आउटसोर्सिंग एजेंसियां अच्छी तरह से काम करेंगी और इससे सभी विभागों में गुणवत्तापूर्ण कार्य भी होगा। इसी जिम्मेदारी के तहत स्वास्थ्य व शिक्षा विभाग में साफ-सफाई, कम्प्यूटर व कम्प्यूटर ऑपरेटर, बेंच डेस्क,मध्यान भोजन के लिए विद्यालय में थाली उपलब्ध करवाने के लिए विभिन्न एजेंसियों का चयन कर कार्य भार दिया गया है। वर्तमान में शिक्षा विभाग में कार्यरत एजेंसियों का कार्य संतोषप्रद नहीं है।
Madhubani News | Basopatti News | Mid Day Meal | बासोपट्टी प्रखंड के करीब एक दर्जन से अधिक विद्यालयों में पड़ताल करने पर
बासोपट्टी प्रखंड के करीब एक दर्जन से अधिक विद्यालयों में पड़ताल करने पर देखा गया की विभाग द्वारा बहाल एजेंसी व वेंडर के माध्यम से मध्यान भोजन के लिए विद्यालयों में उपलब्ध करवाई जा रही बच्चों की थाली की क्वालिटी बेहद कमजोर है। साथ ही थाली का मूल्य बाजार में मिल रहे अच्छी क्वालिटी के थाली से दोगुना-तिगुना है।
Madhubani News | Basopatti News | Mid Day Meal | सवाल उठ रहे, क्या चयनित एजेंसी गुणवत्ता के नाम पर सरकार और विभाग को चूना तो नहीं लगा रही
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या शिक्षा विभाग गुणवत्ता के नाम पर शिक्षा विभाग में बहाल किए गए एजेंसी के माध्यम से अवैध उगाही तो नहीं कर रही या चयनित एजेंसी गुणवत्ता के नाम पर सरकार को और विभाग को कहीं चूना तो नहीं लगा रही है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा क्योंकि पूर्व में खरीद की गई थाली में विद्यालय प्रबंधन ने कहीं न कहीं कुछ रूपये की कमाई अवश्य की होगी, लेकिन वर्तमान और पूर्व की सामग्री के क्वालिटी व मूल्य में इतना अंतर कैसे हुआ।
Madhubani News | Basopatti News | Mid Day Meal | कैसे हुआ खुलासा
उक्त थाली गुणवत्ता मामले का खुलासा तब हुआ जब एजेंसी के माध्यम से विद्यालय में थालियां खरीद कर पहुंचाया गया। थाली देखने व उसका खरीद मूल्य जानने के बाद विद्यालय के प्रभारी/प्रधानाध्यापक सहित सचिव भी चौंक गए। ऐसा इसलिए हुआ की उसी विधायक में विद्यालय प्रबंधन द्वारा पूर्व में खरीद की गई थाली का वजन व एजेंसी/वेंडर के द्वारा उयलब्ध करवाई गई थाली के वजन व क्वालिटी में काफ़ी अंतर था।
Madhubani News | Basopatti News | Mid Day Meal | पूर्व में खरीद की गई वजनी थाली का मूल्य प्रति थाली 60 रुपए और…सामने वेंडर की थाली…
विद्यालय प्रबंधन की ओर से पूर्व में खरीद की गई वजनी थाली का मूल्य प्रति थाली 60 रूपये व वेंडर की ओर से दी गई थाली का मूल्य 120/140 रूपये है। जिसका भुगतान विद्यालय प्रबंधन की ओर से वेंडर को किया गया है।
Madhubani News | Basopatti News | Mid Day Meal | कक्षा 1 से 5 के बच्चों की थाली का मूल्य 120/ प्रति थाली
इसमें कक्षा 1 से 5 के बच्चों की थाली का मूल्य 120/ प्रति थाली व कक्षा 6 से 8 के बच्चों के थाली का मूल्य 140 लगाया गया है। हालांकि ये मूल्य निर्धारण का कार्य राज्य से ही किया गया है।