बिरौल। पूज्यपाद जगदगुरु शंकराचार्य गोवर्धन पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज के आशीर्वाद से हिंदू राष्ट्र धर्म सभा का आयोजन कोनी महादेव स्थान पोखराम में आदित्य वाहिनी के राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेमचंद्र झा के सानिध्य में किया गया।
जिसमें उन्होंने सेवा, सत्संग, स्वाध्याय एवं संगोष्ठी के माध्यम से हिंदुओं को संगठित करने के लिए लोगों से आह्वान किया। उनका कहना है धर्म तो एक ही है जिसका नाम है सनातन जिसका कोई आदि अंत न हो, इस तरह भगवान भी एक ही हैं, उन्हीं को कोई साकार रूप में, कोई निराकार रूप में पूजते हैं। चार युग हैं चार धाम है चार भगवान के अवतार होने वाले हैं चार जगह कुंभ होते हैं एवं चारों धाम के रक्षा के लिए भगवान आदि शंकराचार्य ने चार पीठ बनाए।
आदि शंकराचार्य जी का पादुरभाव ईसा से 507 वर्ष पुवॆ हुआ था , यदि शंकराचार्य ना होते तो आज हम हिंदू नहीं रहते।
यह परंपरा इस कलप में एक अरब 97 करोड़ 29 लाख 49 124 वर्ष का है ।
धर्म नियंत्रित पक्षपात विहीन शोषण विर्निमुक्त सर्वहित पद सनातन शासन तंत्र स्थापित करने के लिए प्रथम चरण में भारत नेपाल भूटान हिंदू राष्ट्र हो। शंकराचार्य जी दिव्य वाणी से जुलाई 2021 में घोषणा किए थे साढे तीन साल में भारत हिंदू राष्ट्र होगा उसका सिर्फ अभी 11 महीने बाकी है इसके लिए भारत एवं नेपाल में हिंदू राष्ट्र गोष्टी, सम्मेलन, शोभायात्रा निकाला जा रहा है ।
वेद विद्यालय के संस्थापक श्री रतिकांत ब्रह्मचारी जी ने पुरी शंकराचार्य जी द्वारा अभियान का वर्णन किया। इसी क्रम में स्थानीय महंत श्री राम शंकर दास, चंद्र मोहन पाठक, रमोली कॉलेज के प्रिंसिपल आचार्य कामेश्वर चौधरी, रामबाबू ब्रह्मचारी ,रामकुमार ठाकुर, रोहित झा एवं उन भक्तों ने अपने विचार रखें ।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कौशल राय, राजू मिश्र, कृष्ण मोहन चौधरी, मणिकांत चौधरी ,अमरनाथ झा, विवेक चौधरी, रामकृष्ण चौधरी, रोशन यादव, रोहित साहू ,बसंत मुखिया, संदीप चौधरी ,श्याम सुंदर चौधरी, प्राण झा ,विकेश चौधरी, सुशील कुमार, केशव झा, घनश्याम झा , नोनू झा मास्टर एवं क्षेत्र के लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन कमलेश राय ने किया।