back to top
24 नवम्बर, 2024
spot_img

Madhubani News | कुछ तो मजबूरियां रही होंगी यूं कोई कैदी ऑटो से नहीं जाता…Viral Video का Fact check

ऑटो से कैदी को पेशी के लिए ले जाने का वीडियो वायरल होता है। जब इसकी देशज टाइम्स ने पड़ताल की तो दिखा, हमारे पुलिसिंग में नरहिया थानाध्यक्ष रौशन कुमार जैसे अफसर भी हैं जो ना सिर्फ ईमानदार कर्त्तव्यनिष्ठ हैं बल्कि मजबूरी को मान लेने का माद्दा भी रखते हैं। उनकी शालीन भाषा और उनकी सादगी से सच्चाई को स्वीकार करना, बिहार की बेहतर पुलिसिंग के कदम में एक नया ताल है, जो समाज को बेहतरी की ओर ले जाएगा, तरक्की का तय है रास्ता भी चुनेगा। Viral Video का Fact check जब देशज टाइम्स ने किया तो सामने आई सच्चाई जहां आप भी यहीं कहेंगे...रौशन है ये Bihar Police....

spot_img
spot_img
spot_img

Madhubani News | कुछ तो मजबूरियां रही होंगी यूं कोई कैदी ऑटो से नहीं जाता… Viral Video का Fact check जब देशज टाइम्स ने किया तो सामने आई सच्चाई जहां यह बात हम इस वजह से कह रहे, कोई भी खांकी वर्दी पहने वाला नहीं चाहेगा कि कैदी की कोर्ट में पेशी पैदल या ऑटो या रिक्शा पर बैठाकर करें। यह मैन्यूअल नहीं है। लेकिन, मजबूरी जब सामने हो तो हालात ऐसे ही बनते हैं।

Madhubani News | सवाल करना, दिखाना आसान है, सच्चाई देखना, जानना उसकी पड़ताल…हम देशज टाइम्स हैं, यूं नहीं हैं लाखों पाठकों का भरोसा क्योंकि…

सवाल करना, दिखाना आसान है, सच्चाई देखना, जानना उसकी पड़ताल करना मुश्किल है। हम कभी भी किसी को दोषी ठहरा देते हैं। पुलिस पर सवाल उठा देते हैं। उनकी निष्ठा पर प्रश्न खड़ा कर देते हैं। लेकिन हम देशज टाइम्स वाले हैं, यूं नहीं किसी पर अंगुली उठाते। यही वजह है, यूं नहीं हैं हम लाखों पाठकों के चहेते, क्योंकि पाठकों का भरोसा है मुझपर, सच सिर्फ सच क्योंकि…

Madhubani News | सोशल मीडिया पर लोग पोस्ट करके पुलिस पर सवाल उठाएं लेकिन

भले सोशल मीडिया पर लोग पोस्ट करके पुलिस पर सवाल उठाएं लेकिन यह उचित नहीं है। कारण, पुलिस वैन की जगह कैदी की कोर्ट में पेशी के लिए नरहिया थाना को ऑटो का सहारा लेना पड़ता है तो क्यों? यह जानना जरूरी है।

Madhubani News | सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद हम इसकी सच्चाई तक पहुंचे तो हमें पता चला

देशज टाइम्स को हर घर की फिकर है ऐसे में सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद हम इसकी सच्चाई तक पहुंचे तो हमें पता चला कि ये नरहिया थानाध्यक्ष रौशन कुमार की बेहतर कार्यशैली और ईमानदार कर्त्तव्य का हिस्सा है। वहां लापरवाही नहीं है। बल्कि पूरी सावधानी बरती गई है जहां चारों ओर से पुलिस सुरक्षा के बीच कैदी को ऑटो से ले जाया गया। वजह भी बाजिब है जहां…

Madhubani News | लौकही प्रखंड के नरहिया थाना की पुलिस का ऑटो से कैदी को ले जाने का वीडियो वायरल है।

लौकही प्रखंड के नरहिया थाना की पुलिस का ऑटो से कैदी को ले जाने का वीडियो वायरल है। भले लोग सोशल मीडिया पर लिखें, कहें कि सुशासन की सरकार में बिहार पुलिस की हालत इतनी खराब हो गई है कि कैदी को न्यायालय में पेश करने के लिए पुलिस वैन के बदले ऑटो का सहारा लेना पड़ रहा है। ऑटो से कैदी को ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है।

Madhubani News | पेशी के लिए सड़क एनएच 57 से ले जाया जा रहा था

मामला जिले के नरहिया थाना का है। जहां नहरिया पुलिस की ओर से पुलिस वैन से नहीं बल्कि ऑटो से कैदी को अदालत में पेशी के लिए सड़क एनएच 57 से ले जाया जा रहा था। जैसे ही पत्रकार की नजर पड़ी तो ऑटो को रोककर सवाल किया तो उन्होंने अपने आप को नरहिया थाना का पुलिस कर्मी बताया।

Madhubani News | इस बात की भी कोई गारंटी नही है।

मीडिया को देखते ही ऑटो में बैठे पुलिसकर्मी हरकत में आ गए। कुछ बोले बिना वहां से चुपचाप निकल गए। ऑटो जो खुद भी असुरक्षित है, कैदी कब धक्का मार कर भाग जाय इसकी कोई गारंटी नहीं है। और सही सलामत पहुंच जाए इस बात की भी कोई गारंटी नही है।

Madhubani News | यह भी बहुत बड़ा सवाल है।

ऐसे में इतना बड़ा जोखिम लेना पुलिस के लिए भारी पड़ सकता है। ऑटो में कैदी को ले जाते देख लोग हंस भी रहे थे। और बिहार पुलिस और सरकार पर ताने भी मार रहे थे। आखिर कितना बदल गया है हमारा बिहार, अब देखना होगा कि वीडियो तेजी से वायरल होने के बाद और मामला पुलिस के संज्ञान में आने के बाद क्या कार्रवाई होती है। आगे से कैदी को पुलिस वैन में ले जाया जाता है या फिर ऑटो का ही सहारा लेना पड़ेगा है यह भी बहुत बड़ा सवाल है।

Madhubani News | नरहिया थानाध्यक्ष रौशन कुमार कहते हैं

मगर, जब इन्हीं सवालों के साथ देशज टाइम्स नरहिया थानाध्यक्ष रौशन कुमार से बात करती है तो उनकी साफगोई दिल को छू जाता है। उनका कहना है, नहीं गाड़ी खराब हो गई थी। उन्होंने बताया कि इसी वजह से जो गाड़ी मेरी थी वह खराब हो चुकी है। नया गाड़ी मंवाया गया है। यह पूछने पर कि कहीं ऑटो से ले जाने के समय कैदी पुलिस को चकमा देकर भाग ना जाए… पर थानाध्यक्ष रौशन कुमार कहते हैं इस पर ध्यान देंगे। यही साफ पुलिसिंग की साफसुथरी हिम्मत है जो ऐसे अफसरों के कंधे पर मजबूती से खड़ी है।

--Advertisement--

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया [email protected] पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -