Madhubani News। Bisfi की सुनो सरकार… ये है 28 पंचायत, 3 थाने में आग से लड़ने की कु-व्यवस्था, बाल्टी थमाके कहते हैं आग बुझाओ जहां डूबते को तिनके का सहारा भर यह है कि जुगाड़ के संसाधनों से अग्नि आपदा से कैसे बिस्फी लड़े तनिक आप ही समझाइए सरकार…
Madhubani News। Bisfi News। जहां, अग्नि शमन वाहन के नाम पर उपलब्ध है तो सिर्फ बाल्टी…
जहां, अग्नि शमन वाहन के नाम पर उपलब्ध है तो सिर्फ बाल्टी…जब इस बारे में थानाध्यक्ष से पूछा गया तो उनका जवाब भी सुन लीजिए सरकार, कहा, हम क्या करें।आपदा के समय यहां अग्निशमन विभाग की ओर से कोई संसाधन उपलब्ध ही नहीं कराए गए हैं। इससे आपदा के समय जानमाल की रक्षा कैसे की जाए, यह घोर नहीं आफत वाली समस्या है…जहां पछुआ लहक रहा है, चुनावी मौसम है…
Madhubani News। Bisfi News। एक भी अग्निशमन वाहन उपलब्ध नहीं है
बिस्फी से मधुबनी देशज टाइम्स की बड़ी खबर है। यहां, बिस्फी प्रखंड जुगाड़ के संसाधनों से आपदा से निपटने को विवश है। यहां एक भी अग्निशमन वाहन उपलब्ध नहीं है। जबकि यह 28 पंचायत एवं तीन थाना क्षेत्रों का प्रखंड है। अग्नि आपदा के समय बाल्टी ही एक मात्र सहारा लोगों के पास है।
Madhubani News। Bisfi News। आपदा से निपटने की इस परंपरा से कैसे बुझेगी आग, ये तो बिल्कुल बेमतलब की बात
आपदा से निपटने की इस परंपरा का समापन संसाधन के अभाव में नहीं हो रहा है।अग्निशमन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। जिस कारण लोगों को भीषण हादसे का शिकार होना पड़ता है। वर्तमान समय में तालाब एवं कुंए की संख्या में हो रहे ह्रास के बाद लोग चापाकल से बाल्टी में पानी भर आग बुझाने का काम करते हैं।लेकिन तब तक में बड़ा नुकसान हो जाता है।
Madhubani News। Bisfi News। मुंह छुपाना भी मुश्किल है
घटना के समय लोग आग से निपटने को लेकर अग्निशमन विभाग से सहारा लेने को लेकर विभाग के टोल फ्री नंबर पर फोन करते हैं। लेकिन जिला या अनुमंडल से गाड़ी के आने में घंटों समय लग जाता है। सिर्फ दिखावे के लिए गाड़ी पहुंचती है। घटना घटित हो जाने के बाद नेताओं एवं प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से सिर्फ मुंह पोंछने का काम किया जाता है। व्यवस्था के नाम पर सभी नाकामयाब ही साबित होते हैं।
Madhubani News। Bisfi News। पुलिस निरीक्षक सह बिस्फी थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने बताया
इस बाबत पूछे जाने पर पुलिस निरीक्षक सह बिस्फी थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने बताया कि आपदा के समय यहां अग्निशमन विभाग की ओर से कोई संसाधन उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। यहां कम-से-कम दो अग्निशमन गाड़ी होना चाहिए। जिससे की आपदा के समय जानमाल की रक्षा की जा सके।