मई,17,2024
spot_img

KK Pathak | केके गुस्से में आर-पार…राजभवन और शिक्षा विभाग में म्याऊं-म्याऊं

चूहे को लगी बिल्ली गोरी-गोरी...दोनों मिलने लगे चोरी चोरी । चूहा बुलाया आओ खेलें आंख मिचोली, बिल्ली चूहे को खा कर बोली jaanu sorry, i hate love story...यही है आज की बिहार की शिक्षा व्यवस्था जहां दो पक्ष आमने सामने हैं। बिल्कुल चूहे-बिल्ली वाली म्याऊं-म्याऊं, जहां, बुलाने पर दूसरी बार राजभवन नहीं पहुंचे केके पाठक। वहीं, राजभवन का सीधा दो टूक, विश्वविद्यालयों के मामले में दखल ना दे शिक्षा विभाग...आखिर...शिक्षा व्यवस्था की ऐसी फजीहत क्यों? जहां, सवालों की लंबी फेहरिस्त हो और, सामने...हालात....एकदम विरोधाभास...जहां...

spot_img
spot_img
spot_img
KK Pathak | केके गुस्से में आर-पार…राजभवन और शिक्षा विभाग में म्याऊं-म्याऊं की नौबत है। कुलाधिपति सह राज्यपाल और केके में आर पार वाला मूड अब तल्ख हो रहा है जहां, केके पाठक आज फिर बुलावा पर नहीं पहुंचे।

KK Pathak | हालात यूं कि दिल है कि मानता नहीं

इससे पहले राजभवन ने कहा, शिक्षा विभाग के काम में हस्तक्षेप न करें। केके पाठक का आदेश, निर्देश कुछ और ही है जहां, शिक्षा विभाग और राजभवन में टकराव बढ़ गया है। केके पाठक ने राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से विभाग के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करने को कहा है। इसको लेकर जब केके पाठक को दोबारा बुलाया गया तो केके ने जाने से इनकार कर दिया।

KK Pathak | शुरुआत जहां से हुई….अंत कहां पर होगी

वैसे, दोनों के बीच टकराव कोई नई बात नहीं है। लगातार, राजभवन और शिक्षा विभाग में लंबे समय से टकराव चल रहा है। शिक्षा विभाग की पूर्व में कई बार विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं के मुद्दों पर बैठकें हुई लेकिन वीसी ओर अन्य पदाधिकारी इनमें शामिल होना मुनासिब नहीं समझा। शुरुआत राज्यपाल की ओर से हुई जहां कुलपतियों को केके पाठक की बैठक में जाने की अनुमति ही नहीं दी गई। इसके बाद यह हुआ कि शिक्षा विभाग ने वीसी का वेतन रोका। विश्वविद्यालयों के खाते फ्रीज कर दिए। एफआईआर तक हुआ लेकिन अब, जब केके पाठक को आज फिर से बुलावा आया तो वह पहुंचे ही नहीं जहां…

यह भी पढ़ें:  Darbhanga News| दरभंगा पुलिसिंग में अर्से बाद...अक्स अपना देखिए....

KK Pathak | चलो बुलावा आया है…राजभवन ने बुलाया है

केके पाठक फिर कुलाधिपति सह राज्यपाल के बुलावे पर राजभवन नहीं पहुंचे। राज्यपाल आधे घंटे तक इंतजार करते रहे। लेकिन आईएएस के के पाठक नहीं पहुंचे। यह दूसरा मौका रहा जब भी राजभवन नहीं गए। राज्यपाल 30 मिनट इंतजार करने के बाद एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना हो गए। राजभवन में आईएएस के के पाठक को 10 बजे पहुंचना था। राजभवन ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को सोमवार को दस बजे तलब किया था।

यह भी पढ़ें:  Ayodhya Ram Mandir Pran Pratistha | Gau Pratishtha Sankalp | तो क्या...अयोध्या में राम मंदिर की प्रतिष्ठा दोबारा होगी... !

KK Pathak | दूर-दूर रहना, पास नहीं आना…खेद है

राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू ने इसको लेकर आईएएस केके पाठक को पत्र भेजकर आने को कहा था। राजभवन में कुलाधिपति की अध्यक्षता में सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक बुलायी गयी थी। इस बैठक में केके पाठक को भी शामिल होना था। इन्हें भी बुलाया गया था। लेकिन उन्होंने इससे दूरी बना ली। वह बैठक में नहीं गए थे। नौ अप्रैल की बैठक में केके की अनुपस्थिति पर राज्यपाल सह कुलाधिपति ने खेद जताया और पूछा था कि किस वजह से उन्होंने ऐसा किया।

यह भी पढ़ें:  Bihar News| Saran Blast | मदरसा में ब्लॉस्ट, मौलवी की मौत!...20 मई को चुनाव?

KK Pathak | किसमें कितना है दम…जमके रखना कदम

इससे पहले, पाठक ने राजभवन को एक पत्र लिखा इसमें उन्होंने राज्यपाल की ओर से विभाग के कामों में हस्तक्षेप करने पर आपत्ति दर्ज कराई। साथ ही कहा कि आगे से वे उनके मामलों में हस्तक्षेप न करें। इस पत्र के बाद राजभवन और शिक्षा विभाग के बीच टकराव और तेज हो गया है। इससे पहले राज्यपाल ने विभाग पर यूनिवर्सिटी के कार्यों में बाधा डालने के आरोप लगाए थे।

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया deshajtech2020@gmail.com पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -
error: कॉपी नहीं, शेयर करें