Darbhanga News|Benipur News| अंटौर गांव का मरघट…रामचंद्र… “हे दैव कोन जन्मक बदला हमरा स हौ…” जहां… बेनीपुर में अपने छह सगे परिजन जिसे बुढ़ापे का सहारा मानकर पाल पोसकर बड़ा किया और आज आंखों के सामने एक साथ सबों की चिता जलते देख रामचंद्र अपना सुध बुध खो बैठे और बुत बने हुए बार बार दुहराये जा रहे थे ” हौ भगवान कोन जन्मक बदला लेलह हौ ई दिन देखै स पहिने हमरे कियै नै उठा लेलह”।(हे ईश्वर किस जन्म का यह बदला लिए हो।यह दिन देखने से पहले मुझे ही क्यों नहीं उठा लिया)।
Darbhanga News| Benipur News| राह चलते लोग भी अचानक ठिठककर रुक जाते हैं, बरबस मुंह से आह
श्मशान में मौजूद लोगों से लेकर ग्रामीण कौन कहे राह चलते लोग भी अचानक ठिठककर रुक जाते हैं और बरबस मुंह से आह निकलते हुए गमगीन हो जाता है। ज्ञात हो कि गत गुरुवार की रात शादी समारोह में पटाखे की चिंगारी से लगी भीषण आग में रामचन्द्र पासवान के धन सम्पत्ति, आशियाने से लेकर जिगर के छह टुकड़े जलकर परलोक सिधार गए। इसमें एक पुत्र सुनील, पुत्र वधु लीला, पुत्री कंचन एवं उनके तीन छोटे छोटे बच्चे शामिल थे।
Darbhanga News| Benipur News| एक साथ छह शव, लौटा तो जलती चिंताएं…एक साथ
प्रशासन ने जांच पड़ताल से लेकर पोस्टमार्टम तक की कार्रवाई पूरी कर शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया। एक साथ पुनः छह शव गांव लौटते ही पूरा गांव एवं वहां पहुंचे लोग गमगीन हो उठे। थाना पुलिस एवं अंचलाधिकारी के उपस्थित में दो चिताएं सजाई गई। इसमें एक चिता पर सुनील पति पत्नी और दूसरे चिता पर कंचन को तीनों बच्चों के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
Darbhanga News| Benipur News| एक साथ भतीजे अमरजीत पासवान ने दी दो चिंताओं में मुखाग्नि
दोनों चिताओं की मुखाग्नि रामचंद्र पासवान के भतीजे अमरजीत पासवान ने दी। इस दौरान अमरजीत अपने भाई, भाभी,बहन, भांजे,भांजी को अग्नि को समर्पित करते हुए फफक-फफक कर रो रहे थे। और रामचंद्र बगल में बुत बने खड़े थे और रहरह कर चित्कार “हे दैव कोन जन्मक बदला हमरा स हौ”। विदित हो कि रामचन्द्र की पत्नी की भी मौत डेढ़ वर्ष पूर्व एक सड़क दुर्घटना में हो गयी थी। इसमें वह टूट चुका था लेकिन रही सही कसर इस घटना ने उन्हें जिंदा लाश बनाकर रख दिया है।