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1 नवम्बर, 2024
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Madhubani News| Andhrathadi News | आज तक टोपी वाला आया नहीं…जमैला बाजार के हे जगन्नाथ…

बरसों बीत गए, हमको मिले बिछड़े, बीते समय की रेखा, मैंने तुम को देखा...मन संग आंख-मिचौली खेले आशा और निराशा, फिर भी मेरा मन प्यासा.....। यह महज, महबूबा के गीत भर नहीं हैं। मधुबनी के अंधराठाढ़ी के जमैला बाजार के लोगों के नसीब हैं। डॉ.जगन्नाथ मिश्र के बाद यहां कोई नेता नहीं आया। एक आए, परिसीमन बदला गए, फिर इसके बाद यह गांव और यहां के नेता रंगा सियार...। किसी ने आज तक दर्शन ही नहीं दिए। आए ही नहीं कोई। विधायक और सांसद कैसे दिखते हैं। सालों साल से यहां के लोगों ने झलक नहीं देखी। तरसे हैं, योजना विहीन व्यवस्था के कुचक्र में फंसे। जनता के पास हजार झमेले हैं। मगर, नेताजी हैं गायब हैं। सुनवाई नदारद। देखने वाला कोई नहीं। नेताओं ने आज तक यहां की हालात वाली आइने में अपनी शक्ल तक नहीं देखी। हद है...चुनावी बरसात में भी मेंढ़क ना निकले...सातवां अजूबा...

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Madhubani News| Andhrathadi News | कब, कहां, कितने बजे आएंगें जमैला बाजार में नेता जी…बरसो बीत गए हमको मिले-बिछुड़े…यही हकीकत है। आज तक टोपी वाला कोई आया नहीं…जमैला बाजार को आज भी याद है…हे जगन्नाथ…। जमैला बाजार यानि पूरा गांव, कुछ भी नहीं है यहां। बस, असल लोकतंत्र की जमीनी सच्चाई यहीं है। बड़े राजनेता यहां आएंगें। यहां इस गांव में आने की वर्षों से प्रतीक्षा कर रहे जमैला बाजारवासी की यही एक हसरत है। हमारे नेताजी आएंगें। मगर, कब..अरसा बीत गया। हसरत पूरी नहीं हो पाई है। आओ, जी भर तुम्हें देखूं नेताजी। मगर, कैसे, किस शक्ल, सूरत के दिखते हैं हमारे नेताजी…लोग एक दूसरे से पूछ रहे…यही है नसीब…जमैला बाजार की…। मेरे नेता जी एकदिन जरूर आएंगें….आएंगें ना…नेताजी…

Madhubani News| Andhrathadi News| नेताओं के बड़े धोखे हैं इस गांव में

क नजर इधर भी 😐 गांव में 3750 मतदाता हैं| घेरा विहीन कब्रिस्तान|सार्वजनिक शौचालय की जरूरत| खेल का मैदान नहीं| गांव में वर्षों से सांसद और विधायक के योजनाओं की प्रतीक्षा| देशज टाइम्स की तस्वीर:चर्चा करते ग्रामीण| पूछते, बतियाते, आखिर हमारी गलती क्या है| आखिर, क्यों नहीं आते हमारे पास नेता जी| चुनावी बारिश हो रही है। मौसम सुहाना है| फिर भी|…रंगा सियार की तलाश…ऐसा क्यों..|

Madhubani News| Andhrathadi News| यह है मधुबनी के अंधराठाढ़ी का जमैला बाजार…चौकिंए मत यही है पूरा गांव, 3750 मतदाताओं वाला, जिसने अर्से से जाना नहीं, देखी नहीं नेताजी की सूरत…कैसी होती है

यह है मधुबनी का अंधराठाढ़ी प्रखंड परिक्षेत्र में जमैला बाजार नाम का एक गांव। यह मदना पंचायत का हिस्सा है। इस गांव में मतदाताओं की संख्या फिलहाल 3750 हैं। इस गांव के वासिंदे अपने गांव में वर्षों से किसी बड़े राजनेता के आने की बाट जोह रहे हैं। किसी बड़े जनप्रतिनिधि की नजर नहीं पड़ने से इस गांव का विकास वर्षों से ठप है। लोग बहुत सारी बुनियादी समस्याओं से जूझने रहे हैं। अपने साथ ढ़ेरों मजबूरी लिए खड़े हैं।

Madhubani News| Andhrathadi News| सोच लीजिए, आज भी यहां के लोगों के जेहन में जगन्नाथ मिश्र ही हैं… 

गांव के बुजुर्गों ने बताया कि इस क्षेत्र के विधायक और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. डॉ जगन्नाथ मिश्र अपने समय में अपने विधान सभा क्षेत्र के भ्रमण के दौरान यदा-कदा इस गांव में आकर लोगों की सुधि लेकर गांव की समस्याओं से अवगत होते रहते थे।बाद में उनके पुत्र झंझारपुर से विधायक और बिहार सरकार के मंत्री नीतीश मिश्रा समय समय पर इस गांव में आकर अपने पिता की परंम्परा का निर्वहन कर लिया करते थे।

Madhubani News| Andhrathadi News| अब इनका आना भी बरसों से बंद है… 

परिसीमन के बाद पुराने झंझारपुर विधान सभा क्षेत्र का नक्शा ही बदल गया। प्रखंड परिक्षेत्र राजनगर विधान सभा क्षेत्र का हिस्सा बन गया।नीतीश मिश्र नए झंझारपुर विधान सभा क्षेत्र से विधायक बनने लगे हैं। जाहिर है कि अब उनका जमैला बाजार गांव आना वर्षों से बंद है।

Madhubani News| Andhrathadi News| हद है ये हकीकत, मेढ़क भरी बरसात में भी ना निकले…अजीब बात है…

ग्रामीणों के अनुसार नीतीश मिश्र और स्व. जगन्नाथ मिश्र के बाद आज तक इस गांव का न तो कोई राज्य या केंद्रीय मंत्री आए हैं। और न एमपी और विधायक जैसे बड़े जनप्रतिनिधि। मो. आलम, मो.समील्लाह,मो. सदरे आलम,मो.सलीम अंसारी, मो.मौसीबुद्दीन, दाऊद अंसारी, नजीर आलम, अकबर अली, अब्दुल रहीम,योगिद्र कुमार, शफी अहमद, जाकिर सिद्दीकी,ईमामूल हक, मो .वदूद अंसारी, तौहीद आलम,मो .जलालुद्दीन,साबिर अंसारी बताते हैं…

Madhubani News| Andhrathadi News| झूठा है तेरा वादा…वादा तेरा वादा…

कहते हैं, बड़े राजनेताओं और बड़े जन प्रतिनिधियों की अनदेखी के कारण इस गांव में यात्री शेड, सार्वजनिक शौचालय, खेल का मैदान नहीं है। कब्रिस्तान बाउंड्री हीन है। वर्षों से इस गांव में सांसद या विधायक कोई योजना नही आयी है। चुनाव प्रचार के दौरान उम्मीदवारों के प्रतिनिधिगणों की ओर से किए गए सभी वायदे अब तक झूठे साबित हुए हैं।

Madhubani News| Andhrathadi News| अब आप फैसला कीजिए…ये कैसा लोकतंत्र है।

अब आप फैसला कीजिए…ये कैसा लोकतंत्र है। कैसे हमारे देश के निर्माता हैं। समाज गढ़ने वाले कैसे हैं। वोट से राज पाने वाले कैसे हैं। सत्ता सुख भोगने वाले कैसे हैं। इन्हें जनता से कितनी हमदर्दी है। कितना लगाव है। एक नेता अपने मतदाताओं के लिए क्या सोच रखता है…यह गांव इसकी बानगी है…।

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