Darbhanga News|Benipur News|अंटौर का दिलीप…खुद से रची खुद के अपहरण की साजिश…तीन दिनों में खुल गया भेद…पिता का पैसा उड़ाया, खुद रचा अपहरण का नाटक, मोबाइल से परिजनों (Dilip kidnapping of Darbhanga Antaur exposed) को फोन कराया, अपना फोन स्वीच ऑफ कर लिया। जहां अपहरण के तीसरे दिन बहेड़ा थानाध्यक्ष चंद्र कांत गौड़ी और बसंत कुमार की टीम ने मामले का पर्दाफाश कर परिजनों को सकते में डाल दिया…जहां पिता भी बेटे की करतूत से सुन्न हैं।
Darbhanga News| Benipur News|दिलीप सहनी अपहरणकांड के नाटक का तीसरे दिन बड़ा खुलासा
बेनीपुर अनुमंडल के बहेड़ा थाना पुलिस ने थाना क्षेत्र के अंटौर गांव निवासी दिलीप सहनी की कथित अपहरण की घटना को तीन दिन के अंदर सफलता प्राप्त कर ली है। पुलिस ने कथित अपहृता को कलकत्ता से बरामद कर अपहरण की नाटक का पटाक्षेप कर दिया है।
Darbhanga News|Benipur News| चेक लेकर गया लौटा नहीं, या फिजूलखर्ची में उड़ाया, खुल गया भेद
जानकारी के अनुसार, अंटौर गांव के शिव सहनी पिता बासो सहनी ने बहेड़ा थाना में गत 22/5 को आवेदन देकर कहा कि मेरा पुत्र दिलीप सहनी 21/5 को पचास हजार का चेक लेकर पंजाब नेशनल बैंक के बेनीपुर शाखा राशि निकासी के लिए गया था जो लापता है अभी तक घर नहीं लौटा है।
Darbhanga News|Benipur News| दिलीप ने फिरौती के लिए अपहरण का नाटक करते हुए परिजन को फोन कर
इस संबंध में बहेड़ा थाना कांड संख्या 177/24 धारा 363,365 के तहत दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया गया। लेकिन इस बीच दिलीप ने फिरौती के लिए अपहरण का नाटक करते हुए परिजन को फोन कर अपना मोबाइल बंद कर लिया। जिसकी सूचना पुलिस को मिलते ही पुलिस ने मोबाइल का सी डी आर निकालते हुए दिलीप को कलकत्ता से बरामद कर लिया है।
Darbhanga News|Benipur News|पचास हजार की राशि निकासी का आदेश,मामले का पटाक्षेप
इस दौरान पुलिस को दिए बयान में दिलीप ने बताया कि पिता उनके ही बैंक खाते में रुपए जमा किया करते थे, लेकिन उस रुपये को उन्होंने फिजूल खर्ची में उड़ा दिया। और जब पिता की ओर से पचास हजार की राशि निकासी का आदेश दिया, तो उन्होंने इस तरह का नाटक रचा। पुलिस ने मामला का पटाक्षेप करते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने 164का बयान दर्ज करवाकर राहत की सांस ली।
Darbhanga News|Benipur News|थानाध्यक्ष चंद्र कांत गौड़ी ने बताया
थानाध्यक्ष चंद्र कांत गौड़ी ने बताया घटना की गंभीरता को देखते हुए बसंत कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की थी, जिन्होंने तीन दिनों के अंदर मामले का पटाक्षेप करने में सफलता हासिल की है।