Madhubani News|Benipatti News| देखें VIDEO| बधार डूबा, करहारा में बही चचरी, बिरदीपुर-करहरा डायर्वसन पर चढ़ा पानी, ऊब-डूब में खिरोई-बुढ़नद, देखें VIDEO|
बेनीपट्टी में धौंस और थुम्हानी का लगातार बढ़ रहा जलस्तर, बधार में फैला पानी। वहीं, करहारा में पहले ही पानी में समा चुका है़। धौंस नदी पर चचरी पुल बना। नाव ही सहारा। जहां, बिरदीपुर में नव निर्माणाधीन उच्चस्तरीय पुल का डायवर्सन भी पानी में विलीन हो चुका है। आवागमन बंद है। आप देख रहे हैं फोटो और वीडियाे जहां, बेनीपट्टी में लबालब भरा धौंस नदी….दहशत से कम नहीं…देखें VIDEO|
Madhubani News| नेपाल के तराई इलाकों में हो रही लगातार बारिश से बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र
बेनीपट्टी, मधुबनी देशज टाइम्स ब्यूरो रिपोर्ट। नेपाल के तराई इलाकों में हो रही लगातार बारिश से बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र की कुछ नदियों के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होती हुई दिख रही है़। हालांकि, कुछ नदियों का जलस्तर स्थिर है़। कुछ के जलस्तर में उतार चढ़ाव जारी है़। अधवारा समूह की धौंस और थुम्हानी नदी का जलस्तर बढ़ रहा है़। इसके कारण सोइली के आसपास बधार में पानी फैल गया है़। बधार लगभग पानी में डूब चुका है़।
Madhubani News| बछराजा नदी का जलस्तर स्थिर है़। साथ ही खिरोई और बुढ़नद नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव
वहीं, बछराजा नदी का जलस्तर स्थिर है़। साथ ही खिरोई और बुढ़नद नदी के जलस्तर में उतार चढ़ाव जारी है़। एक तरफ जहां धौंस नदी के जलस्तर में वृद्धि से करहारा में नदी के ऊपर ग्रामीणों की बनाया गया चचरी नदी में समा गया है़। वहीं, बिरदीपुर-करहरा पथ की डोरा नदी पर करोड़ों रुपए की लागत से निर्माणाधीन उच्चस्तरीय पुल का डायवर्सन बाढ़ के पानी में डूब गया है।
Madhubani News| डायवर्सन पर तीन-चार फीट में धौस नदी का उछला पानी चढ़ गया है़
डायवर्सन पर तीन-चार फीट में धौस नदी का उछला पानी चढ़ गया है़। इसके कारण बिरदीपुर, करहरा, समदा, सोहरौल सहित आधे दर्जन गांवों का संपर्क एक-दूसरे से टूट गया है। हजारों की आबादी के समक्ष आवागमन की भारी समस्या उत्पन्न हो गई है। बिरदीपुर व करहरा के ग्रामीण लोग मजबूरन सीना भर पानी तैरकर खतरों से खेल डायवर्सन को पार कर आवागमन कर रहे हैं।
Madhubani News| डायवर्सन पर तीन-चार फीट में धौस नदी का उछला पानी चढ़ गया है़
वहीं, दूसरी ओर धौंस नदी का पानी उछलकर बसैठ, सौलीघाट, करहरा, समदा, सोहरौल, बिरदीपुर आदि गांवों के बधार में फैल गया है। इधर, महाराजी बांध में जगह-जगह रैन कट व गड्ढा रहने के कारण इस क्षेत्र के लोग संभावित बाढ़ की आशंकाओं से सहमें हुए हैं। सबसे ज्यादे करहारा और रानीपुर में धौंस नदी के तटबंध पर सबकी नजर बनी हुई है़। इसके अलावे बांधों की दयनीय स्थिति और नदियों के जलस्तर बढ़ते देख करहारा, बररी सहित अन्य संभावित बाढ़ प्रभावित होनेवाले क्षेत्र के लोग डरे हुए हैं, कि आखिर कब क्या हो जाए।
Madhubani News| “भोज काल में कुम्हर रोपना”
जानकारी के अनुसार, महाराजी सहित अन्य बांधों की स्थिति काफी खराब है। मरम्मती के नाम पर प्रत्येक वर्ष लाखों करोड़ो खर्च किये जाते हैं। एक कहावत है़ “भोज काल में कुम्हर रोपना” इसको चरितार्थ करने में बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अधिकारी और कर्मी कोई कसर नही छोड़ते हैं। कुल मिलाकर कहें तो हर साल लाखों करोड़ों रुपए बांध मरम्मती के नाम पर संभावित बाढ़ से कुछ दिन पहले झोंक दिये जाते हैं। लेकिन लाखों करोड़ों रुपए पानी में समा जाते हैं।