Begusarai Triple Murder| Begusarai Crime| एक ही परिवार के पति पत्नी (Murder|DeshajTimes.Com) और बच्ची की गला रेतकर हत्या, फिर एसिड छिड़का, चौथा नाजुक| जहां, बेगूसराय में बड़ी वारदात हुई है। यहां अपराधियों ने खून की होली खेली है।
Begusarai Triple Murder| Begusarai Crime| एक ही परिवार के चार लोगों की अपराधियों ने गला काटा
दिल दहला देने वाली खबर से बिहार सकते में है। यहां एक ही परिवार के चार लोगों की अपराधियों (Three people of the same family murdered in Begusarai) ने गला रेत दी। इसमें तीन लोगों पति, पत्नी और पुत्री की मौत हो गई है। वहीं, एक पुत्र की हालात नाजुक है। वहीं, एक बेटा किसी तरह वहां से भागकर जान बचाई है।
Begusarai Triple Murder| Begusarai Crime| तीन की घर से निकली लाश, चौथा नाजुक, पांचवां भागकर बचाई जान
वारदात, बछवाड़ा थाना क्षेत्र का है। जहां, रशीदपुर चिरंजीवीपुर में संजीवन महतो अपने परिवार के साथ घर में सोए हुए थे, तभी सोई अवस्था में अपराधियों ने घर में घुसकर धारदार हथियार से पति-पत्नी एक पुत्र और पुत्री में सुखदेव सिंह के पुत्र 45 साल के संजीवन सिंह, संजीवन सिंह की पत्नी 35 साल की संगीता देवी, बेटी दस साल की सपना कुमारी की गर्दन काट दी। इसमें पति-पत्नी और पुत्री की मौत हो गई है। एक पुत्र पांच साल के अंशु कुमार की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं, चौथा बेटा वहां से किसी तरह जान बचाकर भाग गया।
Begusarai Triple Murder| Begusarai Crime| अपराधियों ने एसिड भी सभी लोगों के शरीर पर डाला
सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुटी है। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि आपसी रंजिश में अपराधियों ने विभत्स वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है जहां अपराधियों ने एसिड भी सभी लोगों के शरीर पर डाला है। बेगूसराय पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने बताया कि एफएसएल की टीम और डॉग स्क्वाड को बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि घटना जमीन विवाद को लेकर हु,ई ऐसा अभी लग रहा है। घर के लोग खुलकर कुछ नहीं बता पाए हैं।
Begusarai Triple Murder| Begusarai Crime| शुक्रवार की रात घड़ी पर्व करने के बाद प्रसाद का वितरण किया, सुबह
हालांकि संजीवन सिंह के भाई ने भी दबी जुबान से जमीन विवाद की ओर ही इशारा किया। फिलहाल, तहकीकात चल रही है। ग्रामीणों ने बताया कि संजीवन का पूरा परिवार शुक्रवार की रात घड़ी पर्व करने के बाद प्रसाद का वितरण किया था। इसके बाद परिवार करीब बारह बजे सो गया। वहीं, शनिवार की सुबह सात बजे तक संजीवन के परिवार के बाहर नहीं आने पर पड़ोस की महिला उठाने गई तो दरवाजा बंद था। बाद में कोहराम मच गया।