हेडलाइन:
बिहार में ब्यूरोक्रेसी में बड़ा फेरबदल, प्रत्यय अमृत बने नए विकास आयुक्त
सबहेडलाइन:
वरिष्ठ IAS अधिकारियों का तबादला, चैतन्य प्रसाद हुए मुख्य जांच आयुक्त
क्रॉसर:
सरकार का बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 7 प्रमुख अधिकारियों का ट्रांसफर
सबटाइटल:
- प्रत्यय अमृत बने विकास आयुक्त, रहेंगे स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन के एसीएस भी
- चैतन्य प्रसाद बने मुख्य जांच आयुक्त, शंट किया गया
- मिहिर कुमार सिंह को मिला पथ निर्माण विभाग का अपर मुख्य सचिव पद
- नर्मदेश्वर लाल को सौंपी खान एवं भूतत्व विभाग की जिम्मेदारी
- दिवेश सेहरा और कार्तिकेय धनजी को भी अतिरिक्त प्रभार
प्वाइंटर:
- प्रत्यय अमृत बने बिहार के विकास आयुक्त
- चैतन्य प्रसाद को शंट कर मुख्य जांच आयुक्त बनाया गया
- मिहिर कुमार सिंह बने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव
- नर्मदेश्वर लाल को खान एवं भूतत्व विभाग की जिम्मेदारी
- अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के सचिव दिवेश सेहरा को पंचायती राज विभाग का अतिरिक्त प्रभार
- कार्तिकेय धनजी को गन्ना उद्योग विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया
हुप्स में जानिए, किन्हें क्या मिला:
- प्रत्यय अमृत: स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) के साथ अब विकास आयुक्त का पदभार भी संभालेंगे।
- चैतन्य प्रसाद: विकास आयुक्त पद से हटाकर मुख्य जांच आयुक्त बनाया गया, जिन्हें अक्सर शंट किए गए अधिकारियों को दिया जाता है।
- मिहिर कुमार सिंह: पंचायती राज विभाग से हटाकर पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव बनाए गए।
- नर्मदेश्वर लाल: गन्ना उद्योग विभाग से खान एवं भूतत्व विभाग में ट्रांसफर किया गया।
- अन्य तबादले: दिवेश सेहरा और कार्तिकेय धनजी को क्रमशः पंचायती राज और गन्ना उद्योग विभाग का अतिरिक्त प्रभार मिला।
बिहार में चार IAS अधिकारियों का (Bihar transfer-posting top bureaucrat) तबादला किया गया है। सरकार के अचानक से अपने वरिष्ठ ब्यूरोक्रेसी में बड़े फेरबदल से एकबारगी सरगर्मी तेज हो गई है। इसमें प्रत्यय अमृत को विकास आयुक्त बनाया गया है। प्रत्यय अमृत स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन विभाग में एसीएस के अतिरिक्त प्रभार में बने रहेंगे। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग से अधिसूचना जारी कर दी है।
विकास आयुक्त का जिम्मा संभाल रहे चैतन्य प्रसाद को शंट कर दिया गया है। प्रत्यय अमृत को बिहार का नया विकास आय़ुक्त बना दिया गया है। बिहार के ब्यूरोक्रेसी में विकास आयुक्त को मुख्य सचिव के बाद नंबर -2 का पोस्ट माना जाता है। राज्य सरकार ने कई और अहम विभागों के अपर मुख्य सचिव/ प्रधान सचिव को बदल दिया है।
वहीं विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद मुख्य जांच आयुक्त बनाए गए हैं। जबकि पंचायती राज विभाग के एसीएस मिहिर सिंह को पथ निर्माण विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन में -7 बड़े अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। बिहार के विकास आय़ुक्त चैतन्य प्रसाद को इस पद से हटाकर सामान्य प्रशासन विभाग के मुख्य जांच आयुक्त के पद पर ट्रांसफर कर दिया गया है। ये पद वैसे अधिकारियों को दिया जाता रहा है, जिन्हें सरकार कोई महत्वपूर्ण जिम्मेवारी नहीं देना चाहती।
दूसरी ओर स्वास्थ्य, पथ निर्माण और आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव का एक साथ जिम्मा संभाल रहे प्रत्यय अमृत को प्रमोशन दे दिया गया है। उन्हें विकास आय़ुक्त का पद सौंपा गया है। इसके साथ ही प्रत्यय अमृत स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव का भी काम देखते रहेंगे। उनसे सिर्फ पथ निर्माण विभाग का कार्यभार हटाया गया है।
सरकार ने मिहिर कुमार सिंह को पथ निर्माण विभाग का नया अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। मिहिर कुमार सिंह अब तक पंचायती राज विभाग के साथ साथ खान एवं भूतत्व विभाग के अपर मुख्य सचिव का काम देख रहे थे। उनके जिम्मे सामान्य प्रशासन विभाग के मुख्य जांच आयुक्त का भी काम था। वे इन सब पदों से मुक्त होकर सिर्फ पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव का काम देखेंगे।
सरकार ने गन्ना उद्योग विभाग के प्रधान सचिव नर्मदेश्वर लाल का भी ट्रांसफर कर दिया है। उन्हें खान एवं भूतत्व विभाग के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेवारी सौंपी गयी है। इसके साथ ही वे खनिज विकास निगम, खनन निगम लिमिटेड के एमडी के भी चार्ज में रहेंगे।
राज्य सरकार ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के सचिव दिवेश सेहरा को पंचायती राज विभाग के सचिव के पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। वहीं, पथ निर्माण विभाग के सचिव कार्तिकेय धनजी को गन्ना उद्योग विभाग के सचिव का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।