प्रभाष रंजन, दरभंगा। नगर थाना में पदस्थापित निलंबित सिपाही निशांत कुमार के वर्दी में कार्य करने को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। वह किनके आदेश से वर्दी में काम कर रहे थे, यह स्पष्ट नहीं है। एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि प्रशिक्षु दारोगा नीरज कुमार के खिलाफ शराब कारोबारी से तीन लाख रुपए मांगने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद दोनों (दारोगा और सिपाही) को तत्काल निलंबित कर दिया गया है।
निशांत कुमार पहले से थे निलंबित
हालांकि, सिपाही निशांत कुमार को पहले ही अगस्त महीने में निलंबित कर दिया गया था, क्योंकि उन्होंने स्थानांतरित होने के बावजूद योगदान नहीं दिया था। एसएसपी ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए सदर एसडीपीओ अमित कुमार को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर नगर थानाध्यक्ष अरविंद कुमार से भी स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
शराब कारोबारी से 3 लाख की रिश्वत मांगने का आरोप
22 अक्टूबर 2024 को विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के नाका नंबर 2 के पास से कादिराबाद रुहेलागंज निवासी राजदेव शाह के पुत्र सोनू कुमार को 2.19 लीटर विदेशी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस गिरफ्तारी के बाद प्रशिक्षु दारोगा नीरज कुमार और निलंबित सिपाही निशांत कुमार ने कारोबारी से उसे छोड़ने के एवज में 3 लाख रुपए की मांग की थी। अंततः 2 लाख रुपए में समझौता हुआ।
एसएसपी की सख्त कार्रवाई
रिश्वत की जानकारी कारोबारी के भाई वीडियो कुमार ने एसएसपी को दी, जिसके बाद एसएसपी ने कोतवाली थाना के पास सादे लिबास में पुलिस तैनात की। जैसे ही वीडियो कुमार पैसा लेकर वहां पहुंचा, पुलिस ने रंगे हाथों दारोगा के बताए व्यक्ति रमण कुमार को पकड़ लिया। इस मामले में विश्वविद्यालय थाना में प्रशिक्षु दारोगा नीरज कुमार, सिपाही निशांत कुमार और रमण कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
आगे की कार्रवाई
एसएसपी ने बताया कि रमण कुमार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है, जबकि शराब कारोबारी सोनू कुमार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष सुधीर कुमार ने कहा कि दोनों पुलिसकर्मियों और रमण कुमार पर विधि संगत कार्रवाई की जाएगी।