मुख्य बिंदु: सीबीआई का 10 लाख रुपए घूसखोरी मामले में तत्कालीन प्रधान आयकर आयुक्त और 4 अन्य पर आरोप पत्र दायर
- आरोप पत्र दाखिल: सीबीआई ने 25 अक्टूबर 2024 को 10 लाख रु. की रिश्वतखोरी के मामले में तत्कालीन प्रधान आयकर आयुक्त (पटना एवं धनबाद) सहित 5 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया।
- मामला दर्ज: 26 अगस्त 2024 को सीबीआई ने संज्ञेय अपराध की सूचना के आधार पर मामला दर्ज किया था।
- रिश्वत का आरोप: आरोप है कि आयकर आयुक्त करदाताओं से अवैध रूप से रिश्वत मांग रहे थे और अपने पद का दुरुपयोग कर रहे थे।
- जाल बिछाया गया: सीबीआई ने जाल बिछाकर पटना के आयकर भवन में 10 लाख रु. की रिश्वत लेते हुए आयुक्त और एक अन्य व्यक्ति को रंगे हाथ पकड़ा।
- गिरफ्तारियां: मामले में आगे तीन और आरोपियों की पहचान हुई, जिनकी भी गिरफ्तारी की गई।
उपशीर्षक: पटना में आयकर भवन में रिश्वत का खेल, सीबीआई ने जाल बिछाकर किया गिरफ्तार
पॉइंटर क्रॉसर सबहेड:
- सीबीआई ने 25 अक्टूबर को आरोप पत्र दायर किया।
- 26 अगस्त को आयकर आयुक्त को 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया।
- इस मामले में कुल 5 लोग गिरफ्तार किए गए।
विस्तार से पढ़िए पूरी खबर
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एक बड़े भ्रष्टाचार मामले में पटना के तत्कालीन प्रधान आयकर आयुक्त सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि ये लोग आयकरदाताओं से रिश्वत लेकर उन्हें अनुचित लाभ पहुंचा रहे थे।
कर दाताओं से अवैध रूप से रिश्वत मांगने में बड़ी कार्रवाई
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 10 लाख रुपया की घूसखोरी से संबंधित मामले में तत्कालीन प्रधान आयकर आयुक्त (पीसीआईटी) पटना एवं धनबाद और 4 निजी व्यक्तियों के खिलाफ 25 अक्टूबर 2024 को (5 arrested including Income Tax Commissioner in Patna) आरोप पत्र दायर किया। यह आरोप पत्र, सीबीआई की ओर से 26 अगस्त 2024 को दर्ज मामले के आधार पर है, जिसमें कहा गया कि आयुक्त अपने क्षेत्र के करदाताओं से अवैध रूप से रिश्वत मांग रहे थे। उनके पक्ष में निर्णय लेकर उन्हें अनुचित लाभ पहुंचा रहे थे।
तीन अन्य आरोपियों की संलिप्तता सामने आई
सीबीआई ने 26 अगस्त 2024 को पटना के आयकर भवन में जाल बिछाया, जहां तत्कालीन प्रधान आयकर आयुक्त और एक निजी व्यक्ति को 10 लाख रुपए की रिश्वत का लेन-देन करते हुए गिरफ्तार किया गया। इसके बाद तीन अन्य आरोपियों की संलिप्तता सामने आई, जिन्हें बाद में गिरफ्तार किया गया। इस मामले की जांच अभी भी जारी है।