नई दिल्ली | दुनिया के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक, एलन मस्क, ने भारतीय चुनावी व्यवस्था और खासतौर पर मतगणना प्रक्रिया की प्रशंसा की है। उन्होंने इसे अमेरिकी चुनावी प्रक्रिया से बेहतर बताते हुए तंज कसा, जहां अभी भी कैलिफोर्निया में मतगणना चल रही है।
मस्क ने सोशल मीडिया पर एक यूजर द्वारा साझा किए गए आलेख पर टिप्पणी करते हुए कहा, “भारत में एक दिन में 64 करोड़ वोटों की गिनती हो जाती है और कैलिफोर्निया में अभी भी वोटों की गिनती जारी है।” मस्क ने इसे एक “दुखद स्थिति” बताया।
भारतीय चुनाव प्रणाली की सराहना
भारत में मतदान प्रक्रिया को दुनिया की सबसे बड़ी और तेज़ चुनावी प्रणाली माना जाता है। हर लोकसभा चुनाव में 90 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाता होते हैं, और 2019 के आम चुनाव में लगभग 64 करोड़ लोगों ने मतदान किया। भारतीय चुनाव आयोग एक ही दिन में मतगणना पूरी कर नतीजे घोषित कर देता है।
अमेरिकी चुनावी प्रक्रिया पर सवाल
मस्क ने अमेरिकी प्रणाली की धीमी मतगणना प्रक्रिया को लेकर चुटकी ली। वर्तमान में कैलिफोर्निया में राष्ट्रपति चुनाव के बैलेट पेपर की गिनती अभी भी जारी है। यह राज्य मेल-इन वोटिंग का उपयोग करता है, जिससे गिनती प्रक्रिया में देरी होती है।
कैलिफोर्निया में देरी का कारण
- कैलिफोर्निया की जनसंख्या करीब 3.9 करोड़ है, जिसमें 1.6 करोड़ लोगों ने मतदान किया।
- बड़ी संख्या में मेल-इन बैलेट जमा किए गए, जिनकी सत्यापन और गिनती में समय लग रहा है।
- 2020 के चुनाव में भी कैलिफोर्निया को मतगणना पूरी करने में कई सप्ताह लग गए थे।
मस्क का बयान क्यों है महत्वपूर्ण?
मस्क का यह बयान भारतीय चुनाव आयोग की क्षमता पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वास बढ़ाता है। वहीं, यह अमेरिका जैसे विकसित देश की चुनाव प्रणाली की धीमी प्रक्रिया की ओर इशारा करता है, जो तकनीक और संसाधनों के बावजूद समय पर परिणाम देने में अक्षम दिखती है।
मस्क का यह बयान भारतीयों के लिए गर्व की बात है, जो अपने लोकतंत्र की ताकत और उसकी प्रभावी संचालन प्रक्रिया को दर्शाता है।