मिहिर झा, पटना। Anand Mohan के बेटे Chetan Anand का Chirag पर Targete, जवाब में बोले चिराग…CM Nitish की कृपा से…देखें VIDEO
पहले वीडियो देखिए या फिर खबर पढ़िए। खबर में चेतन आनंद का चिराग पासवान पर बड़ा गंभीर आरोप है, जवाब में चिराग पासवान ने क्या कहा, देखें VIDEO
चेतन आनंद और चिराग पासवान के बीच राजनीतिक बयानबाजी
शिवहर के विधायक और पूर्व बाहुबली सांसद आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान के बीच राजनीतिक बयानबाजी ने बिहार की सियासत में नया मोड़ ला दिया है। चेतन आनंद ने चिराग पासवान पर गठबंधन और दलित राजनीति को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं।
चेतन आनंद के आरोप और सवाल:
- गठबंधन की स्थिति पर सवाल:
चेतन ने पूछा कि चिराग पासवान यह स्पष्ट करें कि वह अपने गठबंधन (NDA) के साथ हैं या नहीं। - उपचुनाव प्रचार का मुद्दा:
चेतन ने चिराग पर यह आरोप लगाया कि उन्होंने उपचुनाव के दौरान जीतन राम मांझी की बहू के लिए प्रचार नहीं किया, यह सवाल उठाते हुए, “क्या वह दलित नहीं हैं?” - इमामगंज सीट का मामला:
चेतन ने इमामगंज सीट पर जनसुराज पार्टी के पासवान उम्मीदवार को 37,000 वोट मिलने का मुद्दा उठाया और पूछा कि चिराग ने वहां प्रचार क्यों नहीं किया। - आनंद मोहन पर टिप्पणी का पलटवार:
चिराग ने हाल ही में कहा था कि आनंद मोहन “संगीन आरोपों” के बाद जेल से बाहर आए हैं। इस पर चेतन ने अपने पिता और चिराग के पिता रामविलास पासवान के पुराने संबंधों की याद दिलाते हुए कहा कि उनके पिता का गठबंधन के संदर्भ में सवाल करना सही था।
चिराग पासवान की प्रतिक्रिया:
चिराग पासवान ने चेतन आनंद को सलाह दी कि वे इस तरह की बयानबाजी से बचें, क्योंकि उन्हें आगामी 2025 विधानसभा चुनाव में भाग लेना है।
चेतन आनंद का पलटवार:
चेतन ने चिराग की सलाह को खारिज करते हुए कहा,
“हम कोई मुर्दा कौम के नेता नहीं हैं। हमारे पिता, आनंद मोहन, जिंदा कौम के नेता थे और रहेंगे।”
चेतन ने चिराग पर यह आरोप लगाया कि वे केवल पासवान समाज के नेता के रूप में दिखने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनकी राजनीति जमीनी मुद्दों से कटी हुई है।
सियासी संदर्भ:
- आनंद मोहन: बिहार की राजनीति में बाहुबली नेता रहे हैं। हाल ही में जेल से बाहर आने के बाद उनकी राजनीतिक सक्रियता बढ़ी है।
- चिराग पासवान: NDA गठबंधन का हिस्सा हैं और पासवान समाज के बड़े नेता के रूप में अपनी छवि बनाए रखना चाहते हैं।
- चेतन आनंद के इस बयान ने NDA के भीतर भी एक राजनीतिक बहस को जन्म दे दिया है।
विश्लेषण:
चेतन आनंद और चिराग पासवान के बीच यह सियासी टकराव बिहार में आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए गठबंधन की रणनीति और नेतृत्व की चुनौतियों को उजागर करता है। दलित राजनीति और सामाजिक समीकरणों पर इन दोनों नेताओं के बीच बयानबाजी के चलते इस मुद्दे का असर बिहार की राजनीति में और गहराएगा।