हरियाणा के गुरुग्राम में शुक्रवार तड़के बिहार और हरियाणा पुलिस के संयुक्त अभियान में सीतामढ़ी का कुख्यात गैंगस्टर सरोज राय पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। 30 संगीन आपराधिक मामलों में वांछित सरोज राय पर बिहार पुलिस ने 2 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
घटना का विवरण
- स्थान: गुरुग्राम के बाढ़ गुर्जर पुलिस चौकी क्षेत्र।
- समय: सुबह करीब 4 बजे।
- टीम: बिहार एसटीएफ और हरियाणा पुलिस की क्राइम ब्रांच।
- स्थिति: पुलिस ने नाके पर सरोज राय को रुकने का इशारा किया, लेकिन उसने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में वह घायल हो गया।
- परिणाम: घायल सरोज को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
सरोज राय का आपराधिक इतिहास
- निवास: महिन्दवारा थाना क्षेत्र के बतरौली गांव, सीतामढ़ी।
- कुल मामले: 30 से अधिक।
- प्रमुख आरोप:
- जदयू विधायक पंकज मिश्रा से रंगदारी मांगना।
- दवा व्यवसायी यतींद्र खेतान की हत्या।
- हत्या, रंगदारी, और आर्म्स एक्ट जैसे संगीन अपराध।
- पहचान: 2014 में पहली बार सुर्खियों में आया।
मुठभेड़ की प्रमुख बातें
- पुलिस की योजना: सरोज राय के गुरुग्राम में छिपे होने की सूचना पर जाल बिछाया गया।
- फायरिंग की शुरुआत: नाके पर रोके जाने पर सरोज ने गोली चलाई।
- पुलिस कार्रवाई: क्रॉस फायरिंग में सरोज राय मारा गया।
- साथी फरार: सरोज के साथ मौजूद एक और व्यक्ति भागने में सफल रहा।
- पुलिसकर्मी घायल: मुठभेड़ में एसटीएफ का एक जवान भी घायल हुआ, जिसका इलाज जारी है।
पुलिस का बयान
- बिहार एसटीएफ: “सरोज राय का खात्मा बड़ी उपलब्धि है। यह बिहार के अपराध जगत के लिए बड़ा झटका है।”
- हरियाणा पुलिस: “नवनियुक्त डीसीपी क्राइम राजेश फोगाट के नेतृत्व में यह सफल ऑपरेशन हुआ।”
परिणाम और प्रभाव
सरोज राय की मौत से बिहार के अपराध जगत में हलचल मच गई है। यह घटना पुलिस की सक्रियता और राज्यों के बीच समन्वय को दर्शाती है। सरोज का एनकाउंटर न केवल बिहार बल्कि अन्य राज्यों में अपराधियों के लिए सख्त संदेश है।
संदेश जनता के लिए
यह मुठभेड़ दिखाती है कि कानून के लंबे हाथ अपराधियों तक पहुंचने में सक्षम हैं। जनता को पुलिस पर भरोसा बनाए रखने और सहयोग करने की जरूरत है।
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