सतीश झा। 11 ही नहीं 33 हजार वोल्ट की करंट नाच रहीं आवासीय घरों के ऊपर…मौन व्रत में हो रही मौतें, System Collapse| जहां, बेनीपुर में विद्युत विभाग की कथित संवेदनहीनता के कारण 440 वॉल्ट कौन कहे 11000 और 33000 वोल्ट के विद्युत पोल एवं तार के नीचे लोग आवासीय घर बनाकर रह रहे हैं। इससे, घटना दुर्घटना आम बात हो गई है।
कार्यपालक अभियंता अमोद कुमार ने कहा
गत रविवार को भी नगर परिषद क्षेत्र के घोंघेया गांव में एक युवक की मौत छत से गुजर रहे 33000 वोल्ट के विद्युततार स्पर्शघात से हो गई। लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण ना तो विभाग के स्तर से कोई कार्रवाई की जा रही है ना ही आम जनता में कोई जागरूकता आ रही है।
कोई इकलौता मामला घोंघेया गांव का नहीं है बल्कि बेनीपुर, भरत चौक, त्रिमुहानी, लवानी
स्थानीय सूत्रों के अनुसार 33000 और 11000 वोल्ट के तार और पोल के समीप घर बनाने का कोई इकलौता मामला घोंघेया गांव का नहीं है बल्कि बेनीपुर, भरत चौक, त्रिमुहानी, लवानी सहित अन्य गांव में वर्तमान समय में भी उक्त विद्युत प्रवाहित तार के नीचे घर बनाने का सिलसिला जारी है।
सरकारी आवास भी अनुमंडल कॉलोनी के अंदर वर्तमान समय में 33000 वोल्ट के तार के नीचे बना है
और तो और, सरकारी आवास भी अनुमंडल कॉलोनी के अंदर वर्तमान समय में 33000 वोल्ट के तार के नीचे बना है, जहां सरकारी कर्मी आवंटित आवास में रह रहे हैं। और, नगर परिषद क्षेत्र के घोंघेया गांव की घटना यह कोई अकेली घटना नहीं है। इससे पूर्व भी त्रिमुहानी, लवानी सहित अन्य गांव में छत पर चढ़े व्यक्ति की मौत विद्युत स्पर्शाघात से हो चुकी है।
कार्यपालक अभियंता अमोद कुमार ने कहा
इस संबंध में विद्युत प्रमंडल बेनीपुर के कार्यपालक अभियंता अमोद कुमार बताते हैं कि इसके लिए जन जागरूकता अभियान आवश्यक है जो लोगों को 33000 और 11000 वोल्ट के तार और पोल से आवश्यक दूरी पर ही घर बनाना चाहिए और पूर्व से बने घरों के ऊपर से प्रवाहित विद्युत तार के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।