सतीश झा। बेनीपुर नगर परिषद सफाई कर्मियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल आज आठवें दिन भी जारी रहा। सफाई कर्मियों की समस्याओं की समाधान के लिए नगर परिषद बोर्ड की आपात बैठक आयोजित की गई। लेकिन बोर्ड के निर्णय में त्रुटि बताते हुए सफाई कर्मियों ने हड़ताल जारी रखने की घोषणा की।
सफाई कर्मियों की हड़ताल पिछले 27 नवंबर से जारी है
जानकारी के अनुसार, नगर परिषद क्षेत्र के सफाई कर्मियों की ओर से वर्तमान एन जी ओ को कार्य मुक्त करने, ईपीएफ की राशि खाता में जमा करने, सफाई कीट उपलब्धता करने के साथ-साथ पारिवारिक सुरक्षा की गारंटी की मांग को लेकर सफाई कर्मियों की हड़ताल पिछले 27 नवंबर से जारी है।
सफाई कर्मियों की हड़ताल समाप्त करने की कोई पहल नहीं
इस बीच नगर प्रशासन एवं नगर परिषद के पार्षदों की ओर से सफाई कर्मियों की हड़ताल समाप्त करने के लिए कोई पहल नहीं की गई और मंगलवार को सुबह बहेड़ा थाना के सहयोग से सफाई का वैकल्पिक व्यवस्था करने का प्रयास किया गया ।लेकिन सफाई कर्मियों के विरोध के कारण वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं हो पाई।
मरे हुए कुत्ते टांग कर आक्रोषपूर्ण प्रदर्शन
अंततः नगर प्रशासन एवं पार्षदों के मशविरे से आज बोर्ड की आपात बैठक बुलाई गई। बैठक के प्रारंभिक चरणों में सफाई कर्मियों ने बैठक का ही बहिष्कार करने का प्रयास किया और अपना आंदोलन उग्र करते हुए कार्यालय के मुख्य द्वार को कचरे से पाट दिया एवं मरे हुए कुत्ते टांग कर आक्रोषपूर्ण प्रदर्शन किया।
बहेड़ा थाना पुलिस की सक्रियता के बाद बोर्ड की आपात बैठक
लेकिन बहेड़ा थाना पुलिस की सक्रियता के बाद बोर्ड की आपात बैठक तो की गई लेकिन बोर्ड केनिर्णय से असंतुष्ट सफाई कर्मियों ने अपना हड़ताल जारी रखते हुए आंदोलन को और तेज करने का निर्णय लिया।
नगर परिषद के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी जय कुमार ने बताया
इस संबंध में नगर परिषद के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी जय कुमार ने बताया कि सफाई कर्मियों के हित में सभी फैसले लिए गए हैं।उनकी ईपीएफ राशि भी खाते में जमा कर दी जाएगी एवं सभी सुविधा हर संभव बहाल की जाएगी। लेकिन सरकार के निर्देशानुसार पुराने एन जी ओ से ही 11 महीने तक कार्य लिए जाएंगे। जिससे कर्मी संतुष्ट नहीं है।