कुशेश्वरस्थान पूर्वी | मिथिलांचल के प्रसिद्ध शिव नगरी कुशेश्वरनाथ महादेव मंदिर के विकास को लेकर जिला प्रशासन ने पहल तेज कर दी है। एसडीओ उमेश कुमार भारती के नेतृत्व में पीएचडी विभाग के अभियंताओं ने शिव गंगा पोखर के सौंदर्यीकरण के लिए स्थल निरीक्षण किया और इसके लिए आवश्यक कार्य योजना पर काम शुरू कर दिया।
स्वच्छ जल के लिए समरसेबल बोरिंग की योजना
एसडीओ श्री भारती ने शिव गंगा पोखर का जल स्वच्छ और शुद्ध रखने के लिए समय-समय पर गंदा पानी निकालकर उसमें स्वच्छ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए दो समरसेबल बोरिंग गाड़ने का सुझाव दिया। पीएचडी विभाग के सहायक अभियंता कृति कांत मंडल ने इस योजना पर सहमति जताते हुए दो दिनों में बोरिंग लगाने का आश्वासन दिया।
साबुन और सर्फ का उपयोग करने पर प्रतिबंध
एसडीओ ने शिव गंगा पोखर में साबुन और सर्फ के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति इन पदार्थों का उपयोग करते हुए पकड़ा जाता है तो उससे जुर्माना वसूल किया जाएगा। इसके साथ ही पुलिस और न्याय कर्मियों को इन पर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया। एक महिला को साबुन का उपयोग करते हुए पकड़ने पर एसडीओ ने उसे फटकार लगाई और भविष्य में इस प्रकार की गलती न करने की कड़ी चेतावनी दी।
धर्मशाला की सफाई और अतिक्रमण पर कार्रवाई
एसडीओ श्री भारती ने धर्मशाला का निरीक्षण किया और पुलिस बल और अधिकारियों को धर्मशाला के 32 कमरों में से कमरे खाली करने का आदेश दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कमरा खाली नहीं किया गया तो संबंधित व्यक्ति से भाड़ा वसूल किया जाएगा। इसके अलावा, धर्मशाला के निचले तल के कचरे को साफ कर सब्जी, फल और मछली के व्यवसाय करने वालों को वहां दुकान शिफ्ट करने का निर्देश दिया।
अवैध वाहन पार्किंग पर कार्रवाई
एसडीओ ने बाजार में सड़क पर अवैध रूप से पार्क किए गए वाहनों के खिलाफ जुर्माना वसूलने का भी आदेश दिया।
कुशेश्वरनाथ मंदिर के विकास का प्रस्ताव
12 दिसंबर को दरभंगा प्रमंडल के सभा भवन में आयोजित बैठक में एसडीओ श्री भारती की अध्यक्षता में प्रमंडल आयुक्त मनीष कुमार और डीएम राजीव रौशन की उपस्थिति में कुशेश्वरनाथ महादेव मंदिर एवं अन्य स्थानों के चौमुखी विकास का प्रस्ताव पारित किया गया था, जिसके तहत प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई शुरू की गई है।
मौके पर उपस्थित लोग
इस अवसर पर थाना अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी रोहित कुमार, न्यास समिति के उपाध्यक्ष बाबू कांत झा सहित पीएचडी विभाग के कनिय अभियंता और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।