antosh Pandey, Bhagalpur | BSihar के मास्टर जी गज़बे मूड में है, स्कूल बना Maidan-E-Jung, भीड़ गए Principal और Teacher… खून ही खून, मामला भागलपुर सन्हौला प्रखंड (Sanhaula Block) के सिलहन मध्य विद्यालय (Silhan Middle School) में गुरुवार को प्रधानाध्यापक नरेंद्र दास (Headmaster Narendra Das) और दो सहायक शिक्षकों उदय चौरसिया (Uday Chaurasia) व प्रभु यादव (Prabhu Yadav) के बीच जमकर लात-घूंसे (Physical Fight) चले। इस घटना ने विद्यालय का माहौल पूरी तरह से अखाड़ा (Wrestling Arena) बना दिया।
शिक्षकों ने Principal को Office के अंदर Lock कर जमकर..@#$
सूत्रों के अनुसार, दोनों सहायक शिक्षकों ने प्रधानाध्यापक को कार्यालय के अंदर बंद (Locked Inside Office) कर जमकर मारपीट की। इस दौरान प्रधानाध्यापक को गंभीर चोटें (Severe Injuries) आईं और उनकी आंख के पास जख्म (Injury Near Eye) हो गया।
घटना की सूचना मिलते ही सनोखर थाना (Sanokhar Police Station) की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। घायल प्रधानाध्यापक नरेंद्र दास को इलाज के लिए भागलपुर (Bhagalpur) भेजा गया है।
विवाद की जड़ : हाजिरी रजिस्टर पर विवाद
घटना का कारण कुछ दिन पहले हाजिरी रजिस्टर पर अनुपस्थित शिक्षक की उपस्थिति दर्ज (Marking Absent Teacher Present) करने को लेकर हुआ विवाद बताया जा रहा है। इसी बात ने तूल पकड़ लिया और आज यह हिंसक झगड़े (Violent Clash) में बदल गया।
मारपीट के दौरान प्रधानाध्यापक को जातिसूचक गालियां (Caste-Based Abuse) भी दी गईं। झगड़े को रोकने के लिए ग्रामीणों (Villagers) को बीच-बचाव करना पड़ा।
बच्चों के सामने शिक्षकों की शर्मनाक हरकत
घटना के वक्त विद्यालय में बच्चे और बच्चियां मौजूद (Students Present) थे। झगड़े के दौरान दोनों शिक्षकों द्वारा अश्लील गालियां (Abusive Language) दी गईं, जिसे सुनकर बच्चियां शर्म से दूर हट गईं (Girls Embarrassed)। कुछ बच्चे झगड़ा रोकने में जुट गए, तो कुछ ठहाके लगाकर तमाशा देखने लगे।
विद्यालय का माहौल ऐसा था मानो यह कुश्ती का अखाड़ा (Wrestling Arena) बन गया हो। इस झगड़े में प्रधानाध्यापक के कपड़े फट गए (Clothes Torn) और वह लहूलुहान (Bloodied) हो गए।
शिक्षा का मंदिर बदनाम, बच्चों पर गलत असर
इस शर्मनाक घटना ने न केवल शिक्षा जगत को बदनाम (Defamed Education) किया है, बल्कि बच्चों पर भी नकारात्मक प्रभाव (Negative Impact on Students) छोड़ा है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी घटनाएं विद्यालय के माहौल को खराब (Disruptive Environment) कर रही हैं और बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है।
पुलिस ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और परिजनों के आवेदन (Formal Complaint) मिलने के बाद आगे की कार्रवाई (Further Action) की जाएगी।