पटना | मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पश्चिम चंपारण से अपनी प्रगति यात्रा की शुरुआत करेंगे। यह यात्रा बिहार के विकास कार्यों का जायजा लेने और जनता से संवाद के उद्देश्य से आयोजित की गई है। 500 जवान, 150 अधिकारी, और मजिस्ट्रेट सीएम की सुरक्षा के लिए तैनात किए गए हैं।
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व: यात्रा का केंद्र बिंदु
सीएम के आगमन से संतपुर घोठवा टोला और आसपास के इलाकों में बड़े बदलाव देखे गए हैं।
- जीविका समूह और आंगनबाड़ी सेविकाओं ने इस अवसर पर हस्तनिर्मित कृतियां तैयार की हैं।
- कदमहिया गांव में दो हेलीपैड बनाए गए हैं।
- स्थानीय महिलाओं और ग्रामीणों में सीएम से मुलाकात को लेकर जबरदस्त उत्साह है।
यात्रा की मुख्य गतिविधियां
- निर्माणाधीन परियोजनाओं का जायजा।
- जनता से संवाद और योजनाओं पर राय।
- 781 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन।
- कुल 309 विकास योजनाओं को जनता को समर्पित किया जाएगा।
प्रगति यात्रा का कार्यक्रम
सीएम 23 से 28 दिसंबर तक छह जिलों का दौरा करेंगे।
- 24 दिसंबर: पश्चिम चंपारण
- 26 दिसंबर: शिवहर और सीतामढ़ी
- 27 दिसंबर: मुजफ्फरपुर
- 28 दिसंबर: वैशाली
यात्रा के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, पथ निर्माण जैसे नौ विभागों के शीर्ष अधिकारी समीक्षा बैठकों में भाग लेंगे।
यात्रा का उद्देश्य और नाम परिवर्तन
पहले इस यात्रा का नाम महिला संवाद यात्रा था, जिसे बदलकर प्रगति यात्रा रखा गया। यह सीएम की 15वीं यात्रा है। इससे पहले उनकी यात्राएं जैसे न्याय यात्रा और समाधान यात्रा काफी चर्चित रहीं।
विपक्ष का हमला
इस यात्रा को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है। हालांकि, सीएम का कहना है कि इसका उद्देश्य केवल जनता से संवाद और विकास कार्यों की समीक्षा है।