पटना। शहर में पार्किंग की समस्या को हल करने के लिए पटना स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत पहली हाइड्रोलिक मल्टीलेवल पार्किंग बनाई जा रही है। अब इसमें न केवल 156 कारों बल्कि 300 से अधिक बाइकों के लिए भी पार्किंग सुविधा उपलब्ध होगी। स्मार्ट सिटी के प्रबंध निदेशक अनिमेष कुमार पराशर ने इस नई योजना को लागू करने के लिए निर्देश दिए हैं।
पार्किंग स्थलों का निर्माण प्रगति पर
- प्रमुख स्थल:
- तारामंडल के सामने बुद्ध मार्ग।
- मौर्यालोक परिसर।
- निर्माण कार्य:
- 80% काम पूरा।
- स्ट्रक्चर तैयार हो चुका है।
- जनरेटर और तकनीकी उपकरणों की स्थापना बाकी।
- जनवरी के अंत तक कार पार्किंग और फरवरी तक बाइक पार्किंग चालू होने की संभावना।
पार्किंग की विशेषताएं
- लागत: परियोजना पर लगभग 28 करोड़ रुपये का खर्च।
- क्षेत्रफल:
- बुद्ध मार्ग: 408 वर्गमीटर।
- मौर्यालोक: 255 वर्गमीटर।
- क्षमता:
- बुद्ध मार्ग: 96 कारें।
- मौर्यालोक: 60 कारें।
ऑटोमेटिक हाइड्रोलिक सिस्टम
- वाहन पार्किंग और शिफ्टिंग के लिए हाइड्रोलिक लिफ्टर और शिफ्टर का उपयोग।
- पूरी तरह ऑटोमेटिक सिस्टम पर आधारित।
सुरक्षा और संरचना
- स्टेनलेस स्टील का मजबूत ढांचा।
- छह मंजिला निर्माण।
- दोनों पार्किंग स्थलों को जोड़ने के लिए फुट ओवरब्रिज।
शहर के ट्रैफिक और पार्किंग समस्या का समाधान
यह पार्किंग प्रणाली ढोली सेटल तकनीक पर आधारित है और बड़े महानगरों में तेजी से प्रचलित हो रही है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत यह पहल पटना शहर में ट्रैफिक और पार्किंग की समस्या को हल करने में मददगार साबित होगी।
नोट: पार्किंग सुविधा के उद्घाटन की योजना जनवरी में है, जो पटना की ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।