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24 दिसम्बर, 2024
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Darbhanga-Muzaffarpur रेललाइन Project से Bihar को मिलेगा बेहतर कनेक्शन, जानें पूरी डिटेल

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बिहार में रेल यातायात के सुधार के उद्देश्य से लहेरियासराय-सहरसा और दरभंगा-मुजफ्फरपुर के बीच दो नई रेल लाइनों के निर्माण का प्रस्ताव है। इन परियोजनाओं के पूरा होने से राज्य में रेलवे परिवहन तेज, सुविधाजनक और समयबद्ध हो सकेगा।


लहेरियासराय-सहरसा रेललाइन परियोजना

  • लंबाई: 98.250 किमी।
  • कुल लागत: 2144 करोड़ रुपये (संशोधित डीपीआर)।
  • पहला डीपीआर: मार्च 2024 में 2680 करोड़ रुपये की लागत का डीपीआर अस्वीकृत।
  • संशोधन: लागत में 20% की कटौती।
  • डीपीआर प्रगति: जनवरी 2025 तक रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
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संरचनात्मक बदलाव

  • बड़े पुलों की संख्या: 12 से घटाकर 10।
  • छोटे पुलों की संख्या: 78 से घटाकर 65।
  • रोड ओवरब्रिज और अंडरपास: संख्या में कटौती।

परियोजना की देखरेख

  • मुख्य कार्यपालक अभियंता: विनोद कुमार।
  • समस्तीपुर मंडल: लागत को कम करते हुए डीपीआर तैयार कर रहा है।

दरभंगा-मुजफ्फरपुर रेललाइन परियोजना

  • लंबाई: 67.4 किमी।
  • कुल लागत: 2378 करोड़ रुपये।
  • सर्वे एजेंसी: रुड़की की निजी एजेंसी।
  • स्टेशनों की संख्या: 10।
  • क्रॉसिंग: 27।
  • रेल पुल: 6।
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मार्ग का विवरण

रेललाइन लहेरियासराय स्टेशन से पंडासराय, डिलाही, कोलहंटा पटोरी, माधोपुर पंडौल, घोसहमा, विद्यारोज, सिलौत, नारायणपुर अनंत होते हुए मुजफ्फरपुर जंक्शन तक जाएगी।

अगले कदम

  • रेलवे बोर्ड से डीपीआर तैयार करने के आदेश की प्रतीक्षा।
  • सर्वे रिपोर्ट के अनुमोदन के बाद निर्माण कार्य आरंभ होगा।

परियोजनाओं से संभावित लाभ

1. यातायात सुधार:

  • ट्रेनों की गति में वृद्धि।
  • समय पर ट्रेन संचालन।
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2. आर्थिक विकास:

  • क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बेहतर होने से आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन।

3. यात्रियों की सुविधा:

  • आधुनिक और तेज रेल सेवा का अनुभव।

4. समय की बचत:

  • लंबी दूरी की यात्रा में समय की बचत।

इन दोनों परियोजनाओं के पूरा होने से बिहार में रेलवे नेटवर्क को नई दिशा मिलेगी और राज्य के विकास को गति मिलेगी।

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