मुजफ्फरपुर। भगवानपुर रेलवे स्टेशन पर एमएफआई (MFI) ट्रैक पैकिंग मशीन के डिरेलमेंट मामले में स्टेशन मास्टर गुड्डू कुमार को निलंबित कर दिया गया है। डीआरएम सोनपुर विवेक भूषण के आदेश पर यह कार्रवाई की गई। इसके साथ ही, मामले की उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी गई है।
क्या हुआ था डिरेलमेंट के समय?
सोमवार की सुबह भगवानपुर स्टेशन पर तीन ट्रैक मेंटेनेंस मशीनों से काम चल रहा था। इस दौरान प्वाइंट सही नहीं दिया गया, और मशीन चल पड़ी, जिससे डिरेलमेंट हो गया।
- दुर्घटना के बाद सोनपुर से दुर्घटना यान मंगवाया गया।
- तीन घंटे की मेहनत के बाद गाड़ी को पटरी पर लाया गया।
हालांकि, इंजीनियरिंग विभाग ने इस घटना को छुपाने की कोशिश की, लेकिन अन्य अधिकारियों ने सही रिपोर्ट प्रस्तुत की। डीआरएम ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर स्टेशन मास्टर दोषी पाए गए और निलंबित कर दिए गए।
वन स्टेशन-वन प्रोडक्ट स्कीम में गिरावट
रेल मंत्रालय द्वारा शुरू की गई वन स्टेशन-वन प्रोडक्ट (OSOP) स्कीम के तहत मुजफ्फरपुर स्टेशन पर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए स्टॉल लगाए गए। हालांकि, यह योजना अपेक्षित सफलता नहीं पा रही।
स्टॉल आवंटन और बिक्री की स्थिति
- प्लेटफॉर्म पर चूड़ी-लहठी, लीची जूस और अन्य हस्तशिल्प के स्टॉल लगाए गए।
- स्थानीय कारीगरों को रोजगार देने की मंशा थी, लेकिन बिक्री में कमी के कारण कई स्टॉल बंद हो गए।
- कारीगर अब अन्य व्यवसायों की ओर रुख कर रहे हैं।
क्या है समस्या?
- अवैध वेंडर्स प्लेटफॉर्म और आसपास में सामान बेचते हैं, जिससे कस्टमर स्टॉल तक नहीं पहुंच पाते।
- केवल एक उत्पाद बेचने की बाध्यता से भी नुकसान हो रहा है।
योजना का उद्देश्य और सुधार की जरूरत
OSOP का उद्देश्य स्थानीय कलाकारी और उत्पादों को बढ़ावा देना है। इसके तहत:
- हर स्टेशन पर स्थानीय उत्पादों का प्रदर्शन।
- यात्रियों से फीडबैक लेना।
हालांकि, स्थानीय रेल प्रशासन इसे बेहतर तरीके से लागू करने में असफल रहा है।
डीआरएम विवेक भूषण सूद ने कहा कि मुजफ्फरपुर स्टेशन पर सभी OSOP स्टॉल कार्यरत हैं और यात्रियों को इनका लाभ मिल रहा है। लेकिन, कारीगरों के सुझाव और फीडबैक के आधार पर सुधार किए जाएंगे।