अलीनगर।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न से सम्मानित अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती बुधवार को अलीनगर विधानसभा क्षेत्र के नावानगर गांव में धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर उनके तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला।
अटल जी: राजनीति के “अजातशत्रु”
भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष संजय कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने अपने विचार रखते हुए कहा कि वाजपेयी जी राजनीति के “अजात शत्रु” थे।
- उन्होंने सत्ता पक्ष और विपक्ष को साथ लेकर चलने का काम किया।
- अपने सिद्धांतों पर अडिग रहते हुए उन्होंने एक वोट से सरकार गिराना उचित समझा, लेकिन कभी अपने उसूलों से समझौता नहीं किया।
दीनानाथ झा की स्मृतियां
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता दीनानाथ झा उर्फ तूफानी बाबा, जिन्होंने वाजपेयी जी के साथ अपने अनुभव साझा किए, ने कहा,
“उनके जैसा सरल और मृदुभाषी व्यक्ति बहुत कम इस धरती पर जन्म लेते हैं।”
समाजसेवा के पहलू
कार्यक्रम के दौरान समाजसेवा का भी पहलू देखा गया:
- कंबल वितरण:
जयंती के उपलक्ष्य में कई विधवा और असहाय लोगों के बीच कंबल वितरित किए गए। ठंड के इस मौसम में कंबल पाकर लोगों के चेहरे पर मुस्कान झलक उठी।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
कार्यक्रम में कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं:
- रामनाथ सहनी (सरपंच, मोतीपुर पंचायत)
- लाल मुखिया (पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष)
- धनपति ठाकुर (घनश्यामपुर मंडल अध्यक्ष)
- विशंभर झा, सुशील कुमार झा, ललित मोहन मिश्रा, गंगाराम सहनी
- अन्य प्रमुख नागरिक और भाजपा कार्यकर्ता।
आयोजन स्थल
यह कार्यक्रम विशंभर झा के दरवाजे पर आयोजित किया गया, जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण और पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
निष्कर्ष
अटल बिहारी वाजपेयी जी के व्यक्तित्व और कृतित्व को याद करते हुए यह कार्यक्रम उनकी विचारधारा और आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास था। कंबल वितरण जैसी पहल ने कार्यक्रम को और अधिक सार्थक बना दिया।