Darbhanga | बिहार के दरभंगा जिले के गोरा बौराम प्रखंड के अधलाइजर गांव के मध्य विद्यालय से गबन का एक गंभीर मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने शिक्षा विभाग के आदेश पर कार्रवाई करते हुए विद्यालय के पूर्व प्रधानाध्यापक रामभरोसे प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया है।
2022 का मामला
यह मामला वर्ष 2022 का है। आरोप है कि पूर्व प्रधानाध्यापक ने विद्यालय विकास मद, बच्चों की पोशाक योजना, और छात्रवृत्ति योजना की राशि में कुल 5 लाख 91 हजार रुपये का गबन किया था। इस संबंध में विद्यालय के एक शिक्षक संजय पासवान ने गबन की प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
पहले भी जेल जा चुके हैं आरोपी
आरोपी प्रधानाध्यापक को इस मामले में पहले भी जेल भेजा गया था। हालांकि, कोर्ट से जमानत मिलने के बाद वह फिर से विद्यालय में पढ़ाने के लिए आने लगे थे।
गबन की पुष्टि और गिरफ्तारी
गबन के आरोप लगने के बाद शिक्षा विभाग ने प्रधानाध्यापक के खिलाफ जांच कराई। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि विद्यालय के छात्रवृत्ति और पोशाक मद से 5.91 लाख रुपये का गबन हुआ है। इस पर घनश्यामपुर थाना की पुलिस ने शिक्षा विभाग के निर्देश पर दोबारा कार्रवाई करते हुए प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस का बयान
घनश्यामपुर थानाध्यक्ष कल्पना कुमारी ने बताया कि पूर्व प्रधानाध्यापक रामभरोसे प्रसाद को गिरफ्तार कर जेल भेजने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। पुलिस के अनुसार, यह कार्रवाई शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार की गई है।
अन्य स्कूलों में हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद जिले के अन्य विद्यालयों में हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शिक्षा विभाग की यह कार्रवाई सही है। उनका मानना है कि कई अन्य विद्यालयों में भी घोटाले चल रहे हैं, जिन पर सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष:
विद्यालय विकास और छात्र योजनाओं में गबन के इस मामले ने शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। शिक्षा विभाग और प्रशासन की सक्रियता से ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने की उम्मीद बढ़ी है।